नई दिल्ली। देश में नोटबंदी के बाद से जनधन खातों में लगातार जमा हो रहे रूपयों के आंकड़ों को देखते हुए आयकर विभाग का अगला कदम इन खातों की जांच है। बता दें कि नोटबंदी के बाद से इन खातों में कुल 41,523 करोड़ रुपया जमा हुआ है जिससे इस योजना के तहत अब तक कुल 87,100 करोड़ रुपया जमा हो चुका है। आंकड़ों के मुताबिक 10 नवम्बर से 23 दिसम्बर तक 48 लाख खातों में महज 45 दिनों में जमा धन दो गुना हो गया। यही नहीं 4.86 लाख खातों में इस दौरान 30 से 50 हजार रुपये जमा हुए हैं। आयकर विभाग के निशाने पर अब वे खातें हैं जिनमें नोटबैन होने के बाद बड़ी संख्या में धन जमा कराया गया है। इस तरह के खातों की पूरी तरह से जांच पड़ताल करने के लिए विभाग ने सारी जानकारियां जुटानी शुरू कर दी है। सूत्रों की मानें तो नोटबंदी के पहले सप्ताह में जनधन खातों में काफी तेजी से पैसा आना शुरू हो गया था।
जो तकरीबन 20, 224 करोड़ रुपये था। हालांकि बाद में इन खातों में पैसा जमा कराने गिरावट देखी गई। दूसरी ओर नोटबंदी के बाद जनधन खातों में निकासी भी हुई है। पिछले 15 दिनों में 3,285 करोड़ रुपये निकाले गए हैं। वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक नोटबंदी प्रक्रिया समाप्त होने से दो दिन पहले यानी 28 दिसम्बर को समाप्त सप्ताह में यह जनधन खातों में जमा राशि घटकर 71,037 करोड़ रुपये रह गई। उल्लेखनीय है कि जनधन खातों के दुरपयोग को रोकने के लिए जनधन खातों से निकासी की ऊपरी सीमा 10,000 रुपये प्रतिमाह तय की गई है। वहीं ऐसे जनधन खातों की संख्या अभी भी करीब 24.13 प्रतिशत है जिनमें कोई पैसा नहीं है। प्रधानमंत्री जनधन योजना को अगस्त, 2014 में शुरू किया गया था। जनधन खातों में जमा के मामले में उत्तर प्रदेश शीर्ष पर है। उसके बाद पश्चिम बंगाल और राजस्थान का नंबर आता है।