- संवाददाता, भारत खबर
नई दिल्ली। पूर्व वित्त मंत्री पी चिदम्बरम की गिरफ्तारी बड़ी जद्दोजहद के साथ हुई, अफसरों को दीवार फांदकर उनके घर में प्रवेश करना पड़ा उसके बाद भी तकरीबन एक घंटे का समय लगा पी. चिदम्बरम की गिरफ्तारी करने में। आपको बता दें कि जिस सीबीबआई मुख्यालय के लॉकअप में चिदम्बरम को रखा गया उसी मुख्यालय का उद्धाटन उन्होंने किया था।
जिस एजेंसी को अपने इशारों पर घुमाने का आरोप चिदम्बरम पर लगता था वही एजेंसी आज उन्हें घुमा रही है और मदद करने वाला कोई नहीं है।
यूपीए सरकार के दूसरे कार्यकाल में 29 नवंबर 2008 से 31 जुलाई 2012 तक पी। चिदंबरम गृह मंत्री थे। तब सीबीआई के नए दफ्तर का उद्घाटन किया गया था। तब तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे। गृह मंत्री पी चिदंबरम इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे।
ठीक 8 साल बाद चिदंबरम को उसी दफ्तर में बतौर आरोपी लाया गया और इसी दफ्तर के लॉकअप में उन्हें रात बितानी पड़ी। सीबीआई अफसरों ने उनसे रात में सवाल-जवाब किया। इस घटना के बाद लोग कह रहे हैं कि समय बदलते देर नहीं लगता। तब जिस CBI ने पी चिदंबरम के निर्देश में गुजरात के तत्कालीन गृहमंत्री अमित शाह से पूछताछ की थी। आज वही CBI अमित शाह के निर्देश पर काम कर रही है और पी चिदंबरम से पूछताछ कर रही है।