ऋषिकेश। उत्तराखण्ड में राजनीतिक अस्थिरता के लिए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस पूरी तरह दोषी है। जिसका जवाब राज्य की जनता आगामी वर्ष 2017 में होने वाले चुनाव के दौरान देने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह बात हरिद्वार सांसद पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने यहां एक बातचीत के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में प्रदेश में जहां पूरी तरह कानून व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गई थी वहीं कांग्रेस के नेताओं से लेकर राज्य सरकार के तमाम अधिकारी भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं। जिनके शासनकाल में भूमाफिया, खनन माफिया, शराब माफिया प्रदेश में पूरी तरह हावी थे। यहां तक की पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को भी प्रदेश की जनता ने सरकार बचाने के लिए विधायकों की खरीद फरोख्त करने के लिए एक पत्रकार को पूरी ऑफर देते स्टिंग आपरेशन में देखा। जिसे अब हरीश रावत ने भी प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से कबूल कर लिया है।
इतना ही नहीं कांग्रेस के शासनकाल में तमाम भ्रष्टाचार के मामलों को ठण्डे बस्ते में डाल दिया गया और अब कांग्रेस अपने को पाक साफ साबित करने के लिए पुराने मामलों की जांच कराए जाने की मांग कर रही है। उनका कहना था कि मई माह क्रान्तिकारी माह के रूप में जाना जाता है और आने वाले दिनों में राज्य में कई क्रान्तिकारी राजनीतिक परिदृष्य करवट लेंगे। उन्होने कहा कि आज स्टिंग ऑपरेशन के बाद कांग्रेस प्रदेश में लोकतंत्र बचाओ यात्रा निकालकर जनता को गुमराह करने की कवायद में लगी है। उन्हे तो शर्मसार यात्रा निकालनी चाहिए।