नई दिल्ली : लखनऊ में एप्पल के सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की हत्या मामले में पुलिस-प्रशासन की भूमिका सवालों के घेरे में है. इस बीच विवेक की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी गई है. इस रिपोर्ट में जो खुलासे हुए हैं वो बेहद चौकाने वाले हैं.
ब्लैंक रेंज से गोली मारी गई
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि विवेक को चेहरे के बाईं तरफ प्वॉइंट – ब्लैंक रेंज से गोली मारी गई. रिपोर्ट के मुताबिक विवेक के शरीर में गोली ऊपर से नीचे की तरफ गई थी. इसका मतलब है कि किसी ऊंची जगह से या संभवतः गाड़ी के बोनट पर चढ़कर विवेक को गोली मारी गई थी.
काफी नजदीक से मारी गई है गोली
रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि विवेक को काफी नजदीक से गोली मारी गई है. इसके अलावा विवेक की खोपड़ी के अंदर बुलेट पाई गई है, यानी विवेक की मौत एक्सीडेंट की वजह से नहीं बल्कि गोली लगने की वजह से हुई है.
एफआईआर में की गई थी गडबडी
बता दें कि पुलिस ने घटना के वक्त विवेक के साथ कार में मौजूद उनकी सहकर्मी सना के नाम से एफआईआर दर्ज की थी, जिसमें बहुत की होशियारी के साथ ये साबित करने की कोशिश की गई थी कि पुलिस ने विवेक पर गोली ही नहीं चलाई. दोनों पुलिसवालों को बर्खास्त भी कर दिया गया है. वहीं पुलिस ने कल्पना की शिकायत के आधार पर एक और एफआईआर दर्ज की.
वहीं कल कल्पना ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ जी से मुलाकात की। और कल्पना ने बताया कि योगी जी ने उनकी सभी बातों को सुना और उन्होने हर संभव मदद दिलाने का भरोसा दिया है। साथ ही कल शाम यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव भी पीडित परिवार से मिलने गए थे।