21 जून के साल का दूसरा सूर्यग्रणह लगने जा रहा है। जिसको लेकर काफी चर्चा हो रही है। कई सारे दावे किये जा रहे हैं। जिनको लेकर लोगों के मन में काफी सारी आशंकाएं हैं। खास करके गर्भवती महिलाओं के लिए कहा जाता है कि, इस दिन गर्ववती महिलाओं को काफी सावधान रहने की जरूरत है।
ह सूर्यग्रहण भारतीय समय के अनुसार सुबह 10:20 से शुरू होकर 01:49 बजे तक रहेगा। इसके लिए सूतक काल 20 जून की रात 9:16 बजे से शुरू हो जाएगा। इस सूर्य ग्रहण के समय ग्रह और नक्षत्रों का ऐसा संयोग बनने जा रहा है जो पिछले 500 सालों में नहीं बना। यह सूर्य ग्रहण 5 घंटे 48 मिनट और 3 सेकंड तक रहेगा और भारत में भी यह सूर्य ग्रहण पड़ेगा।
इसीलिए हम आपको सूर्यग्रहण के दौरान गर्ववती महिलाओं को क्या नहीं करना चाहिए इसके बारे में बताने जा रहे हैं।
सूर्य ग्रहण के दौरान क्या न करें?
गर्भवती महिलाओं और हाल ही में शिशु को जन्म देने वाली महिलाओं को सूर्य ग्रहण के दौरान मां एवं बच्चे की सेहत विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। माना जाता है कि सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से नहीं निकलना चाहिए।
वैज्ञानिक रूप से इस बात की पुष्टि नहीं की गई है कि ग्रहण प्रेगनेंट महिलाओं और शिशु के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है, लेकिन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण गर्भवती महिलाओं के लिए अशुभ होता है।
https://www.bharatkhabar.com/prabhu-jagannath-suffering-from-excessive-bathing-on-full-moon-day/
ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सोना, खाना पकाना, और सजना-संवरना नहीं चाहिए।
ग्रहण काल के समय गर्भवती महिलाओं को सब्जी काटना, कपड़े सीना आदि से बचना चाहिए। इससे बच्चे को शारीरिक दोष हो सकता है।
ग्रहण काल के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए खासकर ग्रहण के दर्शन तो बिल्कुल नहीं करने चाहिए।
ग्रहण खत्म होने के बाद गर्भवती महिला को जरूर नहा लेना चाहिए वरना उसके शिशु को त्वचा संबधी रोग लग सकते हैं।
ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए गर्भवती महिला को तुलसी का पत्ता जीभ पर रखकर हनुमान चालीसा और दुर्गा स्तुति का पाठ करना चाहिए।
इन सभी उपायों को अपनाकर आप सूर्यग्रहण के प्रभावों से बच सकते हैं।