नई दिल्ली। पाकिस्तान में चुनाव आयोग के फैसले के बाद से राजनेताओं में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी दौर में तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख इमरान खान ने ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के राज्यपाल इकबाल जाफर झगड़ा पर जम कर निशाना साधा है। निशाना साधते हुए उन्होने उनके कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। सवाल उठाते हुए उन्होने कहा कि वो अब भी अपने पास कुछ वित्तीय अधिकार रखे हुए है और उनका गलत तरीके से इस्तमाल करते है। इसके अलावा इमरान खान ने यह भी कहा कि वो राजनैतिक मामलों में हस्ताक्षेप करते है और साथ ही ख़ैबर पख़्तूनख़्वा पार्टी में फूट डालने की भी कोशिश करते है।
इमरान खान का यह भी कहना है कि इकबाल जाफर झगड़ा की नियुक्ति पाकिस्तान मुस्लिम लिग ने की थी। जिससे आने वाले आम चुनाव इस तरह प्रशासनिक पदोन्नती घातक साबित हो सकती है। वहीं खान ने बताया कि पीटीआई कि रिपोर्ट के मुताबिक यह बात सामने आई है कि पाकिस्तान की वृद्धि बहुत ही धीमे रफ्तार से हो रही है और इसकी सुधार को लेकर कोई भी ठोस कदम नही उठाए जा रहे है। जिसको लेकर खान ने प्रधानमंत्री से इकबाल जाफर को राज्पाल के पद से हटाने की अपील की है और साथ ही उन प्रशासनीक अधिकारियों को हटाने की अपील की है जो होने वालो आम चुनाव में बाधा डालने की कोशिश करे रहे है।