हिन्दू धर्म में गंगा मां को देवी के रूप के सामान पूजा जाता है। यही कारण है कि, पुराणों में मां गंगा की पवित्रता को इतना अहम बताया गया है कि, अगर जिंदगी में एक बार गंगा में स्नान कर लिया जाए तो सारे पाप खत्म हो जाते हैं।
इसलिए हर साल गंगा दशहरा बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है।हर साल गंगा के इसी पर्व गंगा दशहरा को लोग पूरी श्रद्धा और आस्था के साथ मनाते हैं।
माना जाता है कि इसी दिन मां गंगा का आगमन धरती पर हुआ था। गंगा दशहरा वाले दिन लोग काशी, हरिद्वार और प्रयाग के घाटों पर गंगा में डुबकी लगाने जाते हैं। माना जाता है इस दिन गंगा में नहाने से पापों से मुक्ति मिलती है।
मगर इस बार लॉकडाउन के चलते ऐसा करना ना तो संभव है और ना ही उचित। आइए आपको बताते गंगा दशहरा किस दिन पड़ रहा है और कौन सा मुहूर्त है?
गंगा दशहरा तिथि व मुहूर्त
31 मई 2020 को 05:36 बजे शाम
दशमी तिथि समाप्त – 01 जून को 02:57 बजे शाम
हस्त नक्षत्र प्रारंभ- 01 जून को 3 बजकर एक मिनट पर सुबहहस्त नक्षत्र समाप्त- 02 जून को 01 बजकर 18 मिनट
मान्यता ऐसी है कि इस दिन मां गंगा की पूजा करने से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है। लेकिन इस ला कोरोना के चलते लॉकडाउन में गंगा स्नान करना संभव नहीं हो सकेगा।
इसलिए घर में नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें। स्वच्छ वस्त्र धारण करें। स्नान के दौरान ऊं नम: शिवाय नारायण्यै दशहराय गंगाय नम: का जाप करें। इस दिन 10 अंका का विशेष महत्व है।
पूजा करते समय सभी सामग्रियों को 10 की मात्रा में चढ़ाएं। जैसे 10 फूल, 10 दीपक, 10 फल आदि।
गंगा दशहरा पर क्या दान करें
गंगा दशहरा पर शीतलता देने वाली चीजों का दान करना चाहिए।इसमें ठंडे फल, पंखा, मटका ,सत्तू का दान आदि कर सकते हैं।
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इस दिन घरों में भगवान सत्यनारायण की कथा सुन सकते हैं। इस तरह आप गंगा दशहरा घर में ही मनाकर अपने पापों से मुक्ति पा सकते हैं।