featured Breaking News उत्तराखंड देश राज्य

देहरादून आईएमए ने ही दिया था पाकिस्तान को पहला आर्मी चीफ

dehradun ima देहरादून आईएमए ने ही दिया था पाकिस्तान को पहला आर्मी चीफ

वैसे तो देहरादून का अपना इतिहास रहा है लेकिन उसमें आईएमए ने भी अपनी वीर गाथा अलग से लिखी है। देहारादून में भारतीय सैन्‍य अकादमी (आईएमए) का गौरवशाली इतिहास है क्या आपको मालूम है कि आज जंहा यह ऐतिहासिक परेड होती है वहां पहले क्या हुआ करता था नहीं, तो हम आपको बताते हैं।

 

dehradun ima देहरादून आईएमए ने ही दिया था पाकिस्तान को पहला आर्मी चीफ

 

देहारादून में जिस जगह पर आज भारतीय सैन्य अकादमी है वो 8 या 9 दशक पहले तक रेलवे स्टाफ कॉलेज हुआ करता था। इस जगह पर कॉलेज का 206 एकड़ कैंपस और दूसरी सभी चीजें भारतीय सैन्य अकादमी यानी आईएमए को ट्रांसफर की गई थी। आपको बताएं कि साल 1932 में 40 कैडेट्स के साथ इस अकादमी का सुनहरा सफर शुरू हुआ था।

 

IMA देहरादून: आज देश को मिले 383 सैन्य अधिकारी, सबसे ज्यादा 63 यूपी वहीं गुजरात से सेना को मिला सिर्फ एक अधिकारी

 

उस वक्त ब्रिगेडियर एलपी कोलिंस प्रथम कमांडेंट बने थे। तब के वक्त में आइएमए के सुरुवती जत्थे को पायनियर बैच के नाम दिया गया था। इसी जत्थे में से  फील्ड मार्शल सैम मानेक शा ओर  म्यांमार के सेनाध्यक्ष रहे स्मिथ डन के साथ पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष मोहम्मद मूसा पास आउट हुए थे।

 

तब किसी को ये नहीं मालूम था कि देहारादून में बना ये आईएमए देश की रक्षा में महत्वपूण योगदान देगा 10 दिसंबर 1932 को फील्ड मार्शल सर फिलिप डब्लू चैटवुड ने किया था।और तभी से इस बिल्डिंग का नाम उन्ही के नाम से चैटवुड बिल्डिंग पड़ा।

Related posts

यूजीसी नेट की पात्रता परीक्षा के आवेदन की तारीखों को बढ़ाया

piyush shukla

दिल्ली में मुस्लिम कब्रिस्तानों की समस्याएं और ह्यूमन डेवलपमेंट सोसाइटी के माध्यम से 2017 में कराया

Rani Naqvi

रेल टिकट रद्द कराने पर 10 हजार रुपये से अधिक नकद वापसी नहीं

bharatkhabar