लखनऊ: राजधानी में कोरोना की दूसरी लहर में अस्पतालों द्वारा मरीजों से अवैध वसूली के कई मामले सामने आए। कहीं इलाज के नाम पर तो कहीं मंहगी दवाइयों का बिल दिखाकर तीमारदारों से अवैध वसूली के आरोप लगे।
अब ताजा मामला हसनगंज थाना क्षेत्र का है। शनिवार को हसनगंज पुलिस ने अवैध वसूली के आरोप में सनराइज अस्पताल पर मुकदमा दर्ज किया है। तीमारदार का आरोप है कि डॉक्टर आलम ने लाखों रुपए का बिल देकर जबरन वसूली की है। फिलहाल, पुलिस ने अस्पताल के डॉक्टर पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
थमाया ऑनलाइन बिल
दरअसल, गोमतीनगर थानाक्षेत्र की विपुल खंड की रहने वाली दर्शिता श्रीवास्तव की तहरीर पर हसनगंज पुलिस ने सनराइज अस्पताल पर अवैध वसूली का मुकदमा दर्ज किया है। पीड़िता ने बताया कि, सनराइज अस्पताल निरालानगर में है। वह अपनी मां का इलाज कराने अस्पताल में आई थीं। इसके बाद डॉक्टर्स ने उनकी मां को भर्ती कर लिया।
पीड़िता का आरोप है कि डॉक्टर अलाम ने इलाज, बेड और महंगी दवाइयों के नाम पर साढ़े चार लाख का ऑनलाइन बिल थमा दिया। इसके साथ ही अस्पताल के अतिरिक्त खर्चों को भी उस बिल में जोड़ दिया। जब पीड़िता ने बिल में रियायत मांगी तो अस्पताल ने इससे इनकार कर दिया। इसके बाद अस्पताल का स्टाफ बिल का भुगतान करने का दबाव बनाने लगा।
हांलाकि, पीड़िता ने उस वक्त अस्पताल के बिल का भुगतान कर दिया। इसके बाद पीड़िता ने डॉक्टर आलम समेत अस्पताल के अन्य स्टाफ के खिलाफ हसनगंज कोतवाली में तहरीर दी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए हसनगंज कोतवाली ने आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है।
पुलिस को अस्पताल में मिलीं कई खामियां
इस मामले में इंस्पेक्टर हसनगंज ने बताया कि, पुलिस को अस्पताल में कई खामियां मिली हैं, जिन्हे अभी गोपनीय रखा गया है। डॉक्टर आलम सनराइज अस्पताल के मालिक हैं। उन्होंने कहा कि, इस मामले में सीएमओ को पत्र भेजकर अस्पताल का लाइसेंस रद्द करवाएंगे। इंस्पेक्टर ने यह भी कहा कि, सनराइज अस्पताल की कई शिकायतें पुलिस को मिलती रहती हैं। फिलहाल, पुलिस जांच में जुट चुकी है। उधर, कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर डॉक्टर आलम के साथी की फोटो को वायरल कर आरोपित बनाकर भ्रमकता फैला दी है।