नई दिल्ली। किसी भी कार्य के शुरू करने से पहले भगवान गणेश की उपासना की जाती है। गणेश जी की रोजाना पूजा करना उनके भक्तों के लिए बेहद लाभकारी होता है। उनसे जुड़े मंत्रों का प्रभाव भी काफी प्रभावशाली माना जाता है जिनसे आपके तमाम कष्टों का भंजन होता है और आप दुखों से मुक्ति पाते हैं।
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श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा॥
(इस मंत्र से किसी कार्य की शुरुआत करने से माना जाता है कि वह बिना बाधा के संपन्न होता है।)
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ऊँ एकदन्ताय विहे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात्।
(इस मंत्र के जाप से गणेश जी बुद्धि प्रदान करते हैं।)
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ऊँ गं गणपतये नमः ।
(इस मंत्र को महामंत्र माना गया है जिससे गणपति प्रसन्न होते हैं और हर मनोरथ पूर्ण होते हैं।)
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गणपतिर्विघ्नराजो लम्बतुण्डो गजाननः।
द्वैमातुरश्च हेरम्ब एकदन्तो गणाधिपः॥
विनायकश्चारुकर्णः पशुपालो भवात्मजः।
द्वादशैतानि नामानि प्रातरुत्थाय यः पठेत्॥
विश्वं तस्य भवेद्वश्यं न च विघ्नं भवेत् क्वचित्।
(विघ्नों के नाश के लिए गणेश जी के इस मंत्र का जाप किया जाता है।)
इन मंत्रों के उच्चारण और सही पूजा विधि से ही आपके तमाम कष्टों को मुक्ति मिलेगी और दुखों का संहार होगा। भगवान गणेयश लगातार आप पर कृपा करेंगे।