मुंबई। पद्मावती पर शुरु हुआ विरोध अभी भी थमा नहीं है। फिल्म को 1 दिंसबर से टाल कर जनवरी-फरवरी तक बढ़ा गई, लेकिन करणी सेना किसी भी हाल में फिल्म को रिलीज नहीं होने देना चाहती है। करणी सेना संरक्षक लोकेंद्र सिंह कालवी ने इस पर अपना रुख साफ किया है।
कालवी ने कहा कि हम{करणी सेना} अगर सेंसर बोर्ड नहीं हैं तो भंसाली भी मुख्तार नहीं हैं। उन्हें करोड़ो नागरिकों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का अधिकार नहीं है।करणी सेना ने किसी भी रुप में फिल्म को रिलीज नहीं होने देगी।
कालवी ने कहा कि भंसाली की नीयत में खोट नहीं है तो वह राजस्थान के राजपरिवारों और देश के पत्रकारों को फिल्म क्यों नहीं दिखाते। इतिहास को कोई तोड़-मरोड़ कर पेश नहीं कर सकता।