लखनऊ। 15 दिसंबर से राजधानी लखनऊ में शुरू हुए आईएएस वीक का शुक्रवार को दूसरा दिन है। इस वीक में आईएएस एसोसिएशन की बैठ होगी, जिसमें सीनियर आईएएफ चीफ सेक्रेटरी के बराबर वेतन और पदनाम की मांग करेंगे। कयास लगाए जा रहे हैं कि बैठक में सर्वसहमति बने के बाद इन मांगों को अखिलेश यादव के सामने रखा जाएगा।
वीक के बारे में बातचीत करते हुए आईएएस भुवनेश कुमार ने बताया कि जब केंद्र सरकार द्वारा कोई मीटिंग बुलाई जाती है तो अन्य प्रदेशों के अफसर उस मीटिंग में हिस्सा लेते हैं। जबकि यूपी में ऐसा नहीं हो रहा है, यूपी के वरिष्ठ अधिकारियों के नाम सूची में सबसे नीचे हैं।
क्या है आईएएस की मांग
-इस साल होने वाली एसोसिएशन की बैठक में 1985-86 बैच के अफसरों को अपर मुख्य सचिव का वेतन और पदनाम देने पर सहमती बनाने की कोशिश की जाएगी।
-एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अन्य राज्यों में जहां भी अपर मुख्य सचिव का पदनाम की व्यवस्था लागू है। वहां 1985 बैच के अफसरों को भी अपर मुख्य सचिव का पदनाम दिया गया है।
-वहीं, जनवरी 2017 में होने वाली डीपीसी को दिसंबर 2016 में करने की मांग भी होगी।
-बैठक में सहमती बनने के बाद इन मांगों को राज्य के सीएम के समक्ष कैसे पेश किया जाए इसके बारे में रणनीति बनेगी।
आईएएस वीक में 16 दिसंबर को क्या है खास
-16 दिसंबर को सीनियर आईएएस अफसरों की बैठक को सीएम संबोधित करेंगे।
– 16 दिसंबर को ही सीएम सभी अफसरों को लंच भी देंगे और इसी दिन शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।