देश में आई कोरोना की दूसरी स्ट्रेन दिन पर दिन घातक होती जा रही है। वहीं उत्तराखंड में भी कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। आलम ये है कि सरकारी प्रतिष्ठानों में भी कोरोना पैर पसार रहा है। सचिवालय में चार नौकरशाह के कोरोना संक्रमण होने की खबर सामने आई है। इनमें पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर के साथ-साथ अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और एक अपर सचिव शामिल हैं। वहीं बढ़ते संक्रमण को देखते हुए उत्तराखंड सचिवालय संघ ने सचिवालय में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगाने, और कर्मचारियों की उपस्थिति 50 प्रतिशत करने की मांग की है।
अधिकारी और कर्मचारी दहशत में
सचिवालय में नौकरशाहों के संक्रमित होने से सचिवालय और निदेशालय के अधिकारी और कर्मचारी दहशत में हैं। खास कर वो अधिकारी और कर्मचारी जो हाल ही में संक्रमित हुए नौकरशाहों के संपर्क में आए थे। हालांकि कोरोना की चपेट में आए IAS अधिकारियों ने उनके संपर्क में आए अधिकारियों-कर्मचारियों को सूचना देकर अपनी जांच कराने की सलाह दी है। साथ ही तीनों अधिकारी अपने घरों में आइसोलेट हो गए हैं। अपर सचिव की 8 अप्रैल को कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
सभी अफसर होम आईसोलेट
अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार नियोजन, प्रमुख सचिव वन आनंद बर्द्धन, सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर और अपर सचिव एसएस वल्दिया कोरोना से संक्रमित हैं, और फिलहाल होम आईसोलेट हैं। बता दें कि IAS अधिकारी दिलीप जावलकर ने एक हफ्ते पहले कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगवाई थी जिसके बाद वो कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं, उनकी पत्नी सौजन्या की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
संपर्क में आए स्टाफ की हो रही जांच
बताया जा रहा है कि फिलहाल सभी अधिकारियों का स्वास्थ्य सामान्य है। और अधिकारियों के संपर्क में आए स्टाफ की भी जांच कराई जा रही है। एक साथ कई अधिकारियों के संक्रमित मिलने से सचिवालय में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं हरिद्वार में भी अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि समेत 20 संत अबतक पॉजिटिव आ चुके हैं, जबकि 100 से अधिक संतों के सैंपल जांच के लिए गए हैं।