नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के प्रमुख एयर चीफ मार्शल अरुप राहा ने शनिवार को कहा कि आईएएफ किसी भी तरह की चुनौती से उचित तरीके से निपटने के लिए तैयार है। अरुप राहा ने आईएएफ के आधिकारिक फेसबुक पृष्ठ पर लिखे संदेश में कहा, वायुसेना अत्याधुनिक हथियारों और उपकरणों से लैस है। हमारे योद्धा निरंतर आसमान से नजर बनाए रखते हैं।
आईएएफ प्रमुख ने कहा, हम किसी भी खतरे का सामना करने और उचित रूप से किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार हैं। देश में इस मुद्दे पर काफी चर्चा हो चुकी है, समाज का हर वर्ग इस मुद्दे पर अपनी राय दे रहा है..सशस्त्र बल परिणाम देंगे, जिसकी देश उम्मीद करता है। हम इसके बारे में बात नहीं करेंगे, हम केवल कार्रवाई करेंगे।
स्टाफ कमेटी के प्रमुखों के अध्यक्ष राहा ने 28-29 सितंबर की रात भारतीय सेना द्वारा नियंत्रण रेखा के पार की गई सर्जिकल कार्रवाई और इस मामले के राजनीतिकरण से जुड़े एक सवाल और इससे संबंधित मुद्दों पर कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। राहा ने इससे पूर्व वायुसेना दिवस समारोह के मौके पर अपने भाषण में कहा, “उरी (सैन्य शिविर) और पठानकोट (आईएएफ) वायुसेना अड्डे पर हुए आतंकवादी हमले इस स्थिति को दर्शाते हैं कि हम किस कठिन समय में रह रहे हैं।
बाद में इस विषय पर टिप्पणी करने को कहे जाने पर वायुसेना प्रमुख ने कहा, हम समझदार हो रहे हैं, हर बार जब भी कुछ होता है, हम सीख लेते हैं। मुझे लगता है कि अब हम ऐसी किसी भी आकस्मिक घटना का सामना करने के लिए भली भांति तैयार हैं।
वायुसेना प्रमुख ने कहा, “सशस्त्र बल किसी भी उप परंपरागत खतरे का सामना करने के लिए तैयार हैं। ऐसे एक-दो मामले सामने आ चुके हैं..एक आतंकवादी काफी लोगों की जान ले सकता है, लेकिन लक्ष्य उसे रोकना है..निवारण करना है। हमें शुरुआत में ही ऐसे किसी भी हमले का पता लगाने में सक्षम होना चाहिए, ताकि हम उन्हें (आतंकवादियों को) कोई नुकसान पहुंचाने से पहले ही बेअसर कर सकें।”इसके साथ ही राहा ने कहा कि भारत को हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा प्रदाता के रूप में देखा जा रहा है।
वायुसेना की स्थापना आठ अक्टूबर 1932 में की गई थी।