राजस्थान। प्रदेश के जनजाति विकास मंत्री नंदलाल मीना ने बयान दिया था कि प्रदेश में अलग से आदिवासी स्टेट बनाया जाना चाहिए वो अपने इस बयान को लेकर काफी सख्त दिख रहे हैं। उनका या बयान काफी असमंजस वाला है क्योंकि वो खुद बीजेपी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं।
पत्रकारों से बात करते हुए मीना ने कहा कि मै सरकार का हिस्सा बन गया इसका ये मतलब नहीं की मैने खुद को सरकार में गिरवी नहीं रख दिया। एसटी की सभी जातियों के लिए अलग से आदिवासी राज्य बनना चाहिए। समानता के मंच पर वार करते हुए मीना ने कहा कि सिर्फ भील प्रदेश बनाया जाना सही नहीं है। बीजेपी के वरिष्ठ मंत्री पिछले काफी समय से इस मुद्दे पर लगातार आवाज उठाते आ रहे हैं। मंत्री पद की परवाह न करते हुए सरकार के खिलाफ बोलने का काम किया है और आदिवासी राज्य की मांग को अपना समर्थन दे रहे हैं।
नंदलाल अपने बयानों से प्रतापगढ़, बांसवाड़ा और डूंगरपुर की सियासत के साथ-साथ प्रदेश में एक अलग सी मुहिम चला दी है जिसके किस हद तक सही और अनुचित होने के बारे में कुछ भी कहना सही नहीं होगा।