संवाददाता, नई दिल्ली। चुनावी मौसम में तेज कसने का दौर जारी है और एक दूसरे पर हमलावर होना भी आम बात हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार मेरठ में रैली को संबोधित कर लोकसभा चुनावों की शुरुआत करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि जब मैं 8-10 साल का था, तब सुना करता था कि सरकार गरीबी हटाने के बारे में बात कर रही है. जब 20-22 साल का हुआ तो इंदिरा गांधी का ‘गरीबी हटाओ’ का नारा सुना। इसके बाद की पीढ़ियों में भी कांग्रेस के नामदार गरीबी हटाओ की बात करते रहे, लेकिन गरीबी नहीं हटी। पीएम ने कहा कि आजादी के बाद पिछले 72 वर्षों में कांग्रेस ने जिस तरह गरीबों के साथ गद्दारी की है, उसे देखते हुए ही आज देश का गरीब कह रहा है- “कांग्रेस हटाओ, गरीबी अपने आप हट जाएगी।”
गरीबी बनाए रखना कांग्रेस का असल चेहरा
गरीब को धोखा देने के लिए, गरीब को गरीब बनाए रखने के लिए कांग्रेस ने जो-जो पैंतरे अपनाए हैं, वो गिनाने लगें तो पूरा दिन निकल जाएगा। मुझे पता है, गरीबों के साथ गद्दारी करने वाली कांग्रेस को देश का गरीब अब हटाकर ही दम लेगा। पीएम ने कहा कि आज स्थिति ये है कि कुछ दिन पहले तक जो लोग इस चौकीदार को चुनौती देते फिरते थे, वो अब रोते फिर रहे हैं। मोदी ने ये क्यों किया, मोदी ने वो क्यों किया? पाकिस्तान में आतंकियों को घुसकर क्यों मारा? आतंकतियों के अड्डे को नष्ट क्यों किया? ये लोग रो रहे हैं।
गुंडो की अकल ठिकाने है, भ्रष्टाचारी सहमे हैं
प्रधानमंत्री ने पूछा कि ये महामिलावटी लोग भ्रष्टाचारियों के साथ हैं या नहीं? महामिलावटियों के राज में बेटियों को इंसाफ मिलता था क्या? इनकी सरकार में गुंडे और बदमाश बेलगाम थे या नहीं? क्या ऐसी महामिलावट के हाथ में देश सुरक्षित रहेगा। इन महामिलावटी लोगों की सरकार जब दिल्ली में थी तब देश में आए दिन बम धमाके होते थे या नहीं? ये महामिलावटी आतंकियों को संरक्षण देते थे या नहीं? ये आतंकियों की भी जात और उनकी पहचान देखते थे या नहीं? उसके आधार पर तय करते थे कि आतंकी को बचाना है या सज़ा देनी है।