चीन के वुहान शहर से निकला जानलेवा कोरोना वायरस पूरी दुनिया में तबाही मचाए हुए है। इस महामारी से अब तक लाखओं लोगों की जान जा चुकी है। जबकि करोड़ो लोग संक्रमित बताए जा रहे हैं।
लाख कोशिश करने के बाद भी कोरोना का कोई इलाज नहीं मिल सका है। वैज्ञानिकों के द्वारा दिन रात मेहनत करके इसकी वैक्सीन खोजी जा रही है, लेकिन अभी तक असफलता ही मिली है।
इस बीच हैदराबाद से एक ऐसी खबर आयी है जिसने सबको चौंका दिया है।
हैदराबाद में सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलीक्यूलर बायोलॉजी बीते दो हफ्तों से इस वायरस को लैब में उत्पन्न कर रहा है।
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इसका मकसद वायरस के जीनोम की बनावट और इसकी प्रकृति पर शोध करना है।यह वायरस के बारे में अधिक से अधिक डेटा और जानकारी इकट्ठा करने की भी कोशिश है।
CCMB को पांच दशक पहले ही हैदराबाद में स्थापित किया गया था।ये संस्थान देश की अहम रिसर्च लैब्स में से एक है।
यहां वैज्ञानिक लगातार वायरस के प्रसार को रोकने के नए तरीके खोजने के लिए काम कर रहे हैं और कोरोना को पैदा करके उसकी पहचान करके दवाई ढूंढने के लिए ये कदम उठाया गया है। अब इसमें कितनी सफलता मिलती है ये देखना बेहद दिलचस्प होगा कि, क्या कोरोना को पैदा करके इलाज निकलता है या नहीं।
हालकि दुनियाभर में कोरोना का तोड़ निकालने के लिए रिसर्च चल रही है। लेकिन अभी तक किसी को भी सफलता नहीं मिली है।