जैलसमेर | पोकरण के खींवसर गांव में मां का पक्ष लेने वाले पीड़ित पुत्र धन्नाराम जाट को काफी हद तक भारी पड़ गया पंचों ने तुगलकी फरमान जारी कर 7 दिन तक जंजीरों में कैंदकर पत्नी को प्रत्येक दिन 2 बार छांटे मारने के लिए पाबंद किया जिसकी चार दिन तक पत्नी पालना करती दिखी।
मंगलवार को सुबह जंजीरों में कैद धन्नाराम की प्रशासन ने सुध ली। जंजीरों में कैद पीडित को भणियाणा पुलिस प्रभारी किशनाराम ने सुबह जंजीरों से मुक्त करवाया।
साथ ही मारपीट के दौरान घायल हुए धनाराम को पोकरण अस्पताल पहुंचाया मेडिकल जांच करवाई। जहां पीड़ित धनाराम ने पंचो और रिश्तेदारों द्वारा किए गए अत्याचार के बारे में पुलिस और डॉक्टर को बताया। उसने बताया कि उसकी 70 वर्षीय माता को वह अपने साथ रखना चाहता है।
किसी बात को लेकर उसकी पत्नी गंगा ने अपने रिस्तेदारों तथा गांव कुछ लोगों को बुला कर उसे उसके ही घर के बाहर लगे खेजड़ी के पेड़ से जंजीर से बांध दिया। पुलिस धन्नाराम के बयानों के अनुसार जांच प्रारंभ कर दी है