फतेहपुर। बारिश की उमस से भरी गर्मी उसके बाद फैली गंदगी ने जिस तरह से माहमारी के रूप में अपना विकराल रूप अपना रखा हैं। इसकी जीती-जागती तस्वीर जनपद फतेहपुर के जिला अस्पताल में देखने को मिली इस महामारी ने कितनों को मौत की नीन्द सुला दिया और कितनों को चारपाई पर लिटा दिया। अस्पताल में लम्बी-लम्बी कतारें महिलाओं से लेकर पुरुष तक देखने को मिली। माहमारी को लेकर स्वास्थ विभाग ने गांव से शहर तक भले ही अपनी स्वास्थ टीम का गठन कर रखा हो मगर बीमारी पर अंकुश लगता नज़र नहीं आ रहा हैं। शहर से गांव तक बीमारी ने अपने पूरे पैर पसार रखें हैं।
उत्तर प्रदेश में फतेहपुर जिले के जिला अस्पताल में मरीजों की भारी भीड़ देखी जा रही हैं। महिलाओं से लेकर पुरषों तक लाइन में खड़े देखे जा रहे हैं। इस मौसम में होने वाली बरसात के बाद फैली गंदगी के कारण होने वाली बीमारियों ने शहर से लेकर गांव तक अपनी शाखे बिछा राखी हैं। इस बिमारी के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर मरीज देखने को मिले। वहीं जिला अस्पताल में इलाज के लिए आए कितने मरीजों ने अस्पताल की चौखट पर ही दम तोड़ दिया जिनके परिजनों के पास रोने के सिवा कुछ नहीं बचा। वहीं स्वास्थ विभाग ने गांव-गांव अपनी टीम को भेज कर माहमारी से बचने और स्वास्थ शिविर लगाकर लोगों को इससे बचने के उपाय बताने के साथ-साथ घर-घर जाकर मरीजों का उपचार भले ही कर रहे हो मगर व्यवस्थाओं पर कोई भी अधिकारी सतर्क नज़र नहीं रहा हैं। इस बारे में जब जिला अस्पताल के डॉक्टर राजीव तिवारी से बात की गई तो उन्होंने बताया की बारिस के बाद खुले मौसम के चलते मरीज़ों की तादाद बढ़ी है। वहीं चिकित्सा अधिकारी विनय कुमार पांण्डे से जब मीडिया ने बात की तो उनका कहना है कि बीमारी की रोक थाम के लिए पहले से टीम का गठन किया जा चूका है। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए स्वास्थ टीम का गठन कर दिया हैं। मरीजों की जांचे टीमें कर रही हैं और दवाएं भी दे रहे हैं। लोगों को साफ़ सफाई के तरीके भी हम बता रहे हैं। यह कह कर शिर्फ़ साफ सफाई पर लेक्चर देते रहे।