दुनिया में ही नहीं बल्कि देश में भी कोरोना के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं। जिससे हालात बिगड़ते हुए दिख रहे हैं। इस बीच देश के कई हिस्सों से कोरोना मरीजों के शवों की ऐसी वीडियो वायरल हो रहीं है। जिन्हें देखकर आपकी रूह कांप जाएगी। ऐसी ही एक वीडियो पश्चिम बंगाल से वायरल हो रही है। जिसने सोचने पर मजबूर कर दिया है कि, क्या ये मानवता है?
पश्चिम बंगाल में एक श्मशान घाट पर कुछ शवों को जलाने के दौरान इलाके में बदबू फैल गई। स्थानीय लोगों ने शवों को जलाने का विरोध किया तो नगर निगम के कर्मचारियों ने अधजली लाशें घसीटते हुए गाड़ी में भरीं। इस अमानीय घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया। लोगों ने इस शवों को कोरोना मरीजों के होने की बात कही है। हालांकि प्रशासन ने इससे इनकार किया है। प्रशासन का कहना है कि शव कोरोना मरीजों के नहीं, बल्कि लावारिस थे।
अधजली लाशों को खींचकर गाड़ी में भरने के कई वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुए हैं। कुछ वीडियो में लोग विरोध करते नजर आ रहे हैं। लोगों ने बताया कि उनके घरों में अजीब से बदबू आने लगी। सभी लोग घर के बाहर निकल आए। उन लोगों ने पाया कि बदबू पास से श्मशानघाट के बाद से आ रही थी।जिसके बाद लोगों ने इसका विरोध शुरू किया तो नगर निगम के कर्मचारियों ने अधजली लाश को ही भरना शुरू कर दिया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
यह दृश्य #पश्चिम #बंगाल का हैं ? जहां #कोरोना से मृत्यु हुये सडे गले शबौ को घसीट कर ले जाया जा रहा है l pic.twitter.com/zyJ1fiSEDd
— Bharat Khabar (@bharatkhabarweb) June 16, 2020
मामले को बढ़ता देख पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने वीडियो पर चिंता जाहिर की और राज्य के गृह सचिव से घटना के संबंध में एक रिपोर्ट मांगी।राज्यपाल प्रशासन की सफाई को लेकर संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मुद्दा यह नहीं है कि शव कोरोना मरीज के थे या नहीं। विषय यह है कि मानव शरीर को इतनी बेशर्मी से क्या ऐसे घसीटा जा सकता है! वीडियो देखकर ही पता चलता है कि शवों के साथ पशुओं से भी बदतर व्यवहार किया जा रहा है।
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इसके साथ ही प्रशासन का कहना है कि, ये वीडियो फेक है। इस मामले से बंगाल सरकार के ऊपर सवाल उठने लगें हैं। और ममता सरकार सवालों के घेरे में आने लगी है।