लखनऊ। सरकार की ओर से लागू एचयूआईडी का नियम सराफा कारोबारियों के लिए मुसीबतों का सबब बनता जा रहा है। जिसकी वजह से सराफा कारोबारी बेहद परेशान हो चुके हैं। इसके विरोध में सोमवार को कारोबारियों ने देशव्यापी बंद भी किया। एचयूआईडी नियम के विरोध में सराफा कारोबारियों ने अपनी दुकानें बंद रखीं।
इस दौरान उत्तर प्रदेश सराफा एसोसिएशन मध्य जोन के सर्राफ सहसंयोजक आदीश कुमार जैन ने कहा कि हॉलमार्किंग की अनिवार्यता की प्रक्रिया का स्वागत करते हैं। लेकिन एचयूआईडी के कानून के अंतर्गत अत्यधिक लिखापढ़ी और व्यवहारिक समस्याओं के कारण व्यापारी व्यापार छोड़कर मुनीम बनकर रह जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार को ‘ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस’ के मूलमंत्र को संज्ञान में रखना चाहिए लेकिन आभूषणों के प्रत्येक नग की विभिन्न पटलों पर एंट्री अव्यवहारिक है और इतनी लिखापढ़ी व्यापारी द्वारा संभव नहीं है।
उन्होंने बताया कि एमएसएमई की सुविधा के अंतर्गत हस्त कारीगरों की संख्या में जो इजाफा हुआ है वह हॉलमार्किंग, एचयूआईडी की जटिलताओं के चलते बंदी की कगार पर पहुंच गया है। मामूली लिखापढ़ी में गलती होने पर कठोर दंड का प्रावधान एचयूआईडी में किया गया है। आदीश जैन ने कहा कि अभी बड़े महानगरों पर निर्भर छोटे कस्बे और गांव वर्तमान एचयूआईडी की जटिल प्रक्रिया के लिए अप्रत्यक्ष रूप तैयार नहीं हैं।
ये हैं तीन मांगें
सराफा कारोबारियों ने तीन मांगें रखीं हैं। इनमें पहली ये है कि एचयूआईडी कोड की लिखापढ़ी हॉलमार्किंग सेंटर तक ही सीमित हो और रिटेलर को इसके आगे अत्यधिक लिखापढ़ी नहीं करनी पड़ेगी। इस लिए एचयूआईडी हमें मंजूर नहीं। दूसरी मांग है कि 40 लाख से कम टर्नओवर वाले व्यवसायियों को हॉल मार्किंग ज्वेलरी बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य ना हो। तीसरी महत्वपूर्ण मांग है कि छोटे और ऑर्डर के आभूषणों की हॉलमार्किंग एक्सआरएफ विधि द्वारा मान्य हो।
सरकार ने दिया है आदेश
कारोबारियों ने बताया कि केंद्रीय वाणिज्य तथा उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने स्पष्ट किया था कि बीआईएस का उद्देश्य आभूषणों की गुणवत्ता की जांच करना है। इससे कोई भी समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा। इसका व्यापारियों ने स्वागत किया है। कारोबारियों ने बताया कि मंत्री ने निर्देश दिया था कि 40 लाख से नीचे का टर्नओवर करने वाले व्यवसायी भी हॉलमार्किंग ज्वेलरी बेच सकते हैं। लेकिन, अपने बोर्ड पर इसका उल्लेख नहीं कर सकते हैं। साथ ही व्यापारियों की मांग पर छोटे और हल के आभूषण एक्सआरएफ विधि से जांच के लिए अनुमन्य होंगे। कारोबारियों ने दावा किया कि उन्होंने बीआईएस डीजी प्रमोद कुमार तिवारी को निर्देश दिया था कि रेल भवन में बैठक कर व्यापारियों के संशय दूर कर पोर्टल पर डेमो दें। उन्होंने अधिकारियों पर आरोप लगाया कि 18 तारीख को अपने बैठक में जो भी मंत्री पीयूष गोयल ने वादे किए थे, वादों के ऊपर बीआईएस ने गोलमोल जवाब दिया और किसी भी प्रकार का कोई गजट जारी नहीं किया। जिसके विरोध में यह बंदी का ऐलान किया गया है ।
ये व्यापारी रहे मौजूद
ऑल इंडिया टास्क फोर्स के आह्वान पर लखनऊ में सराफ कारोबारियों ने बंद किया। इस दौरान एसोसिएशन के अध्यक्ष रविंद्र नाथ रस्तोगी, कैलाश चंद जैन, सर्राफ महामंत्री प्रदीप अग्रवाल, रवीश अग्रवाल, कोषाध्यक्ष संजय गुप्ता, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजन रस्तोगी, आदीश कुमार जैन, सर्राफ अंकित मेहरोत्रा, विनोद माहेश्वरी और राहुल गुप्ता समेत सभी पदाधिकारियों व कारोबारियों ने अपनी दुकानें बंद रखकर समर्थन दिया।