नई दिल्ली। केंद्रीय मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय से हटाकर कपड़ा मंत्री बनाई गईं स्मृति ईरानी ने बुधवार को कहा कि मानव संसाधन एवं विकास मंत्री के रूप में उनका कार्यकाल ‘संतोषदायक और फलदायी’ रहा। स्मृति ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मुझे खुशी है कि मैं 30 वर्षों के बाद देश में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति तैयार करने की प्रक्रिया का हिस्सा रही और मुझे इस बात की भी खुशी है कि प्रधानमंत्री ने मुझे इसका अवसर प्रदान किया।”
उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने ‘हर राज्य और हर गांव’ के साथ विचार-विमर्श किया और नई शिक्षा नीति में उनसे मिले सुझावों को शामिल किया गया। स्मृति ने कहा, “भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार किया गया।”
मानव संसाधन विकास मंत्रालय से हटाए जाने पर उन्होंने कहा, “मुझे खुशी है कि प्रकाश जावड़ेकर अब प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को आगे ले जाएंगे। प्रकाश ने सार्वजनिक रूप से मेरे कार्य की सराहना की और उसे आगे बढ़ाने की बात कही है, जिसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद कहती हूं।”
नया मंत्रालय दिए जाने पर उन्होंने कहा कि कपड़ा उद्योग प्रधानमंत्री के ‘मेक इन इंडिया’ के सपने को साकार करने वाला बेहद अहम क्षेत्र है, जिसमें लोगों को रोजगार देने और उन्हें कुशल बनाने की अपार संभावनाएं हैं। स्मृति ने कहा, “मुझे पता है कि प्रधानमंत्री कपड़ा मंत्रालय में नई जान फूंकना चाहते हैं, जिसे कपड़ा उद्योग के लिए घोषित पैकेज से समझा जा सकता है। मुझे इस बात की खुशी है कि मुझे मंत्रिमंडल द्वारा कपड़ा मंत्रालय के लिए तैयार रूपरेखा लागू करने का अवसर प्रदान किया गया है।”
मानव संसाधन विकास मंत्री के रूप में अनेक विवादों में घिरी रहीं स्मृति ने मंत्रालय से हटाए जाने के सवाल पर कहा, “न जाने कितने सवाल हैं और न जाने कितनी बातें कहने के लिए हैं। मैं सिर्फ इतना ही कहना चाहूंगी कि ‘कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना’।”
(आईएएनएस)