नई दिल्ली। इस साल की दिवाली पर लोगों को अपनी जेबें ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी। जीएसटी लागू होने के बाद ये लोगों की पहली ऐसी दिवाली है जिसे मनाने के लिए उन्हें हर छोटे-छोटे खर्च को लेकर सोचना पड़ रहा है। क्योंकि इस साल बाजार में पटाखों के साथ-साथ सजावट के समानों के दाम भी काफी बढ़ गए हैं। इस साल जीएसटी की वजह से ग्राहक और कारोबारी दोनों से दिवाली का मजा छीन लिया है। लोगों को दिवाली पर पटाखें और सजावट का सामान खरीदने के लिए 100 बार सेचना पड़ रहा है। इस साल जीएसटी ने सभी के लिए दिवाली का मजा किरकिरा कर दिया है। अगर इस साल आप बाजार में गिफ्ट और पूजा की सामाग्री खरीदने जा रहे हैं तो पिछले साल के मुकाबले इस साल अपने बजट को बढ़ा कर जाए।
बता दें कि पिछले साल के मुकाबले इस साल अलग-अलग सामनों के अलग-अलग दामों को लेकर कारोबारी भी परेशान हैं। अगर इस साल आप मोमबत्ती खरीदनी है तो पिछले साल के मुकाबले 5 फीसदी की बजाय 12 फीसदी जीएसटी देनी होगी। वहीं अगर आप भगवान की आरती के लिए कपूर पर 18 फीसदी जीएसटी देना होगा। जबकि भगवान की नई मूर्ति 28 फीसदी जीएसटी देना होगा। इतना ही नहीं पिछले साल के मुकाबले पटाखों के दाम दो गुना से लेकर पांच गुना तक बढ़ गए हैं।
वहीं जीएसटी आपकी मिठाई का स्वाद भी फीका कर रहा है। बाजार में कई मिठाईयों के दाम बढ़ गए हैं। ऐसे में दिवाली में रोशनी जलाना हो, पटाखे फोड़ना हो या दोस्तों रिश्तेदारों में मिठाई बांटना हो सभी तरह से आपको अपनी जेब ज्यादा ढीली करनी होगी। जीएसटी की वजह से इस साल की दिवाली काफी फीकी पड़ गई है लोग अपनी मर्जी से न तो खरीदारी कर पा रहे हैं और न ही घरों की सजावट कर पा रहे हैं। इतना ही नहीं इस साल जीएसटी की वजह से लोग अपनी मर्जी से गिफ्ट भी नही खरीह पा रहे हैं।