देश के साथ-साथ दुनिया के केई हिस्सों से सूर्यग्रहण के प्रभाव के खत्म होने की खबरें सामने आ रही हैं। देश के आज करीब सभी प्रमुख शहरों में इस साल का पहला और सबस लंबा सूर्य ग्रहण देखने को मिला। इस सूर्य ग्रहण के समय आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या थी। आज के दिन सूर्य कर्क रेखा के सबसे ऊपर रहता है इस लिए 21 जून को सबसे लंबा दिन और सबसे छोटी रात होती है। यह वलयाकार सूर्यग्रहण भारत के लगभग 66 शहरों में दिखाई पड़ा।
सूर्यग्रहण ने आज देश के कई हिस्सों में अंधेरा ला दिया था। जिस को बड़ी ही आसानी के साथ देखा जा सकता था।
लेकिन सूर्य ग्रहण के खत्म होते ही लोग इसके प्रभावों से बचने के उपाय खोजने लगे हैं। आज हम आपके सूर्यग्रहण के खत्म होने के बाद के निवारणों के बारे में बताने जे रहे हैं। ताकि आप इसके प्रभावों से बच सकते हैं।पुराणों मे लिखा है कि, सूर्य ग्रहण के बाद घर में काफी अशुद्धी आ जाती है। माना जाता है कि, सूर्य की किरणें काफी प्रभावशाली होती हैं। इसलिए ग्रहण के तुरंत बाद घर की धुलाई कर देनी चीहिए।
इसी लिए ग्रहण के बाद साफ-सफाई और घर की शुद्धि करना बेहद जरूरी माना जाता है। सूतक लगने के बाद पूजापाठ और अन्य धार्मिक कार्य बंद कर दिए जाते हैं। फिर उसके बाद शुद्धि करके ही पूजापाठ के कार्य कर सकते हैं। सूर्यग्रहण के समाप्त होने के बाद आपको पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए। गंगाजल में कपूर मिलाकर छिड़काव करते हैं तो आपके घर से वास्तुदोष खत्म होते हैं और साथ ही ग्रहण के दुष्प्रभाव भी दूर होते हैं। और नकारात्मक ऊर्जा भी जाती है।
सुगंधित अगरबत्तियांसूर्य ग्रहण के बाद घर को पूर्ण रूप से शुद्ध करने के लिए पोंछे के पानी में नीबूं और समुद्री नमक डालकर पोंछा लगवाएं। यह उपाय ग्रहण के दौरान पैदा हुई अशुद्धियों को मिटाने में बहुत ही प्रभावशाली है।
पोंछा लगवाने के बाद घर के वातावरण को सुगंधित और शांत बनाने के लिए अलग-अलग स्थानों पर सुगंधित अगरबत्तियां लगवा सकते हैं।
ग्रहण के बाद शाम के वक्त चमेली के तेल का दीपक घर में जलाएं और इसके अलावा पूरे घर में गुग्गल का धुंआ पूरे घर में करना चाहिए। ऐसा करने से आपके घर में उत्पन्न हुए ग्रहण के अशुभ प्रभाव एकदम दूर हो जाएंगे।
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ग्रहण के बाद दान करके ही भोजन करें। ग्रहण के बाद पूजाघर को शुद्ध करके भगवान की पूजा करें।
ऐसा करके आप ग्रहण के दुष्प्रभावों से बच सकते हैं। और दूसरों को भी बचा सकते हैं।