लखनऊ: होटल इंडस्ट्री में व्यापार लोगों की खुशी से जुड़ा हुआ है। कोरोना का असर जैसे-जैसे बढ़ता गया, व्यापार प्रभावित हुआ। वर्तमान परिस्थितियों में क्या माहौल है और किन चुनौतियों का सामना होटल इंडस्ट्री से जुड़े व्यापारी कर रहे हैं ? इसी विषय पर Bharatkhabar.com के संवाददाता के आदित्य मिश्र ने जितेंद्र कुमार सिंह (Jitendra K Singh, Financial Controller, The Piccadily, Lucknow) से विशेष बातचीत की।
पहली लहर का ज्यादा दिखा असर
जितेंद्र सिंह ने बातचीत के दौरान बताया कि कोरोना की पहली लहर का ज्यादा असर देखने को मिला। अगर कुल प्रभाव की बात करें तो लगभग 75% नुकसान व्यापार में देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि विदेशी विमानों का आवागमन बंद होने से स्थिति और बिगड़ गई। उसके बाद घरेलू कार्यक्रम में सरकार की तरफ से कई पाबंदियां लगा दी गई। किसी भी आयोजन में सिर्फ 50 लोगों के पहुंचने की अनुमति थी। इसके अलावा कोई भी कॉरपोरेट्स और छोटी मीटिंग जैसी गतिविधियां भी प्रभावित हुईं हैं।
सरकार से की मांग
जितेंद्र सिंह ने कहा कि राज्य और केंद्र दोनों सरकारों से उन्होंने एसोसिएशन के माध्यम से कई मांग की। जिसमें प्रॉपर्टी, पानी, सीवरेज टैक्स में छूट दिए जाने की बात कही गई। उन्होंने बताया कि होटल के बार लॉकडाउन के दौरान बन रहे, लेकिन फिर भी बार लाइसेंस की फीस सभी को अदा करनी पड़ी। केंद्र सरकार से आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग होटल इंडस्ट्री से जुड़े व्यापारी कर रहे हैं।
भविष्य की संभावनाओं पर उन्होंने कहा कि अगर तीसरी लहर नहीं आती है तो स्थिति धीरे-धीरे सुधर जाएगी। अभी सरकार की पूरी गाइडलाइन का पालन होटल के अंदर किया जा रहा है। रेस्टोरेंट में सिर्फ 50% लोगों के आने की अनुमति है, जिन्हें पूरी गाइडलाइन के साथ सेवाएं दी जा रही हैं।