एटा: उत्तर प्रदेश के एटा जिले की एक महिला प्रधान चर्चा में आ गई। दरअसल पाकिस्तान की महिला को कार्यवाहक ग्राम प्रधान बनाया गया था। बाद में इस मामले का खुलासा हुआ तो लोग हैरान रह गए।
पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस को इस मामले में कुछ अंदेशा हुआ था। उसके बाद इस महिला की तलाश जारी थी। पंचायती राज अधिकारी को भी इस मामले में शक हो गया था। उन्होंने उस महिला के खिलाफ एफआइआर दर्ज करवाई। जिसके बाद पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी। गिरफ्तारी के बाद उसे शनिवार को अदालत के सामने प्रस्तुत किया गया। जहां न्यायाधीश ने जेल भेजने का आदेश दे दिया।
जलेसर के ग्राम गुदाऊ की प्रधान
महिला को गांव का कार्यवाहक ग्राम प्रधान बनाया गया था। इस पाकिस्तानी महिला का नाम बानो बेगम हैं, जो 35 साल पहले पाकिस्तान से भारत आई थी। यहां टूरिस्ट वीजा पर आने वाली महिला ने अजमत अली नामक व्यक्ति से विवाह कर लिया। इस शादी के बाद उसे विजा एक्सटेंशन मिल रहा है।
प्रधान के निधन के बाद मिला पद
गांव के निर्वाचित प्रधान की मृत्यु के बाद अक्टूबर 2020 में पंचायत समिति ने यह फैसला लिया। समिति के द्वारा बानो बेगम को गांव का कार्यवाहक प्रधान नियुक्त कर दिया गया।
धोखाधड़ी के तहत रिपोर्ट
नियम के अनुसार कोई भी वीजा धारक भारत में चुनाव नहीं लड़ सकता। लेकिन बानो बेगम ने इन सभी नियमों की अनदेखी करते हुए यह पद ग्रहण किया। गांव का कार्यवाहक प्रधान बनाए जाने के बाद कुछ लोगों ने इसका विरोध किया। जिसके बाद 20 दिसंबर 2020 को उनके खिलाफ एफ आई आर दर्ज की गई।
धोखाधड़ी और विदेशी अधिनियम के तहत बानो बेगम को दोषी करार दिया गया। जिसके बाद उन पर कानूनी कार्यवाही की गई। इस महिला के सभी जरूरी कागज भी जाली तरीके से बनाए गए थे। जिसमें आधार कार्ड, राशन कार्ड और वोटर आईडी कार्ड शामिल है।