नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अब बिगुल बज उठा है। दो दिन पहले भारी लाव-लश्कर के साथ केन्द्रीय मंत्रिमंडल और लगभग 13 मुख्यमंत्रियों के समूह को लेकर अपना नामांकन करने वाले एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद ने उत्तर प्रदेश पहुंच कर अपने प्रचार अभियान का आगाज किया। रविवार को लखनऊ आये रामनाथ कोविंद का स्वागत करने खुद सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एयरपोर्ट पहुंचे थे। वहां से कोविंद सीधे सीएम योगी के साथ 5 कालीदास मार्ग स्थित सीएम आवास आये।
अपने अभियान की शुरूआत करते हुए कोविंद ने पहले उत्तर प्रदेश का रूख किया । उन्होने ने यहां पर सीएम योगी समेत भाजपा और उसके अन्य घटक दलों के सभी विधायकों और सांसदों से मुलाकात कर समर्थन मांगा है। उनके साथ इस अभियान में केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी, उमा भारती उनके साथ मौजूद रहे। इस मौके पर उत्तर प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा समेत लगभग पूरा मंत्रिमंडल और विधायक व सांसद आदि उपस्थित रहे ।
एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का सम्मान करते हुए सीएम योगी ने कहा कि इस देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर कोविंद की दावेदारी एक सामाजिक जीत है। इसके साथ ही उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश का सौभाग्य है कि यहां की धरती से कोई व्यक्ति राष्ट्रपति के पद की दावेदारी के लिए खड़ा हुआ है। ऐसे में सभी दलों को आपसी मतभेद को दरकिनार कर समर्थन देना चाहिए। हांलाकि रामनाथ कोविंद को अब तक प्राप्त हुए समर्थनों और एनडीए की गणित के आधार पर जीता हुआ तय माना जा रहा है।
रामनाथ कोविंद दलित जाति से आते हैं। एनडीए की ओर इनकी उम्मीदवारी की घोषणा के बाद विपक्ष ने काफी मंथन कर पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार को इनके खिलाफ मैदान में उतारा है। नामाकंन के दिन भी योगी आदित्यनाथ ने इसे कांग्रेस की चाल करार देते हुए कहा था कि कांग्रेस ने दलित बनाम दलित का गंदा खेल खेला है।