नई दिल्ली। हनीट्रैप मामले में वरुण गांधी की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही। सूत्रों के अनुसार इस मामले पर सीबीआई भी जांच कर सकती है। वहीं अब भारतीय जनता पार्टी के नेता इस मामले से पूरी तरह से किनारा करते हुए दिखाई दे रहे है। शुक्रवार को इस मामले पर जब जल संसाधन मंत्री उमा भारती से मीडिया ने वरुण गांधी पर सवाल पूछा तो उमा भारती इस सवाल पर कतराती नजर आई और कहा ये मामला हनी का नहीं बल्कि पानी का मामला है जिसमें अच्छे-अच्छे डूब जाते है। वहीं ऐसी खबरें भी आ रही हैं कि पार्टी के आलाकमानों ने प्रवक्ताओं को इस मामले पर वरुण का बचाव नहीं करने का आदेश दिया है।
वहीं इस मामले में भाजपा के नेता वरुण गांधी ने सारे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि मैं इतनी हास्यास्पद और बेवकूफाना बात का क्या जवाब दूं? क्या इन आरोपों का कोई भी सुबूत है? इनमें से किसी भी बात का क्या सुबूत है..? उन्होंने कहा कि पिछले 15 सालों से उनकी मुलाकात अभिषेक से नहीं हुई है और वो वर्मा को सांसद के बेटे के तौर पर जानते है। संसदीय समिति की जिन बैठकों का जिक्र एलेन ने किया उसमें उन्होंने कभी हिस्सा ही नहीं लिया था। ये आरोप उन पर इसलिए लगाए जा रहे हैं ताकि आगामी चुनाव में उनकी छवि को नुकसान पहुंचाया जा सके। इसके साथ ही वरुण ने कहा कि वो प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव पर मानहानि का केस भी करेंगे।
इसके साथ ही अभिषेक ने इस मामले पर अपनी सफाई देते हुए कहा कि ये आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है। कथित ई-मेल्स और फोटोज छेड़छाड़ कर बनाई गई है क्योंकि मैंने इस तरह की कोई भी पिक्चर नहीं खींची है। ये सभी आरोप मुझे और पत्र में लिखे गए नामों को फंसाने के लिए लगाए जा रहें हैं।टट
गौरतलब है कि इस बात का खुलास स्वराज अभियान के नेता प्रशांत भूषण और योंगेंद यादव ने एक संवाददाता सम्मेलन के जरिए किया था। जिसमें उन्होंने एलेन के पीएम मोदी को लिए हुए खत का जिक्र करते हुए कहा कि एलेन ने कुछ दिन पहले पीएमओ ऑफिस को एक खत लिखा कि रक्षा सौदों के दलाल अभिषेक वर्मा ने वरुण गांधी को हनीट्रैप में फंसाकर उनसे खूफिया जानकारी हासिल की। जिसके लिए वरुण को विदेशी स्कॉट महिलाओं और वेश्याओं के साथ खिंची फोटोज के जरिए ब्लैकमेल किया गया। इसके साथ ही एलेन ने सबूत के तौर पर खत के साथ कई सीडी और फोटोज भी भेजी हैं।