उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज द्रुत कार्य बल (आरएएफ) का 26वां जयंती समारोह मनाया गया। इस मौके पर एक आकर्षक परेड का भी आयोजन किया गया। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद हुए और परेड की सलामी ली। उन्होंने परंपरागत ढंग से परेड की समीक्षा भी किया।
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राजनाथ सिंह ने कहा कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने देश की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ़ ने जहां एक ओर कश्मीर में आतंकवाद को नियंत्रित किया है। वहीं पूर्वोत्तर राज्यों में उग्रवाद को समाप्त करने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। उग्रवाद कभी 126 जिलों में फैला था । आज 10-12 जिलों तक सिमट कर रह गया है। गृहमंत्री ने कहा कि इसका श्रेय सीआरपीएफ़ को जाता है।
मंत्री ने कहा कि कश्मीर के लोग भारत के अपने ही लोग हैं इसलिए सीआरपीएफ़ को उनके बीच बहुत ही सूझबूझ के साथ काम करना होता है। लेकिन जब आतंकवाद की बात आती है, सीआरपीएफ़ उसका कड़ा जवाब देती है। उन्होंने कहा कि यह सीआरपीएफ़ की साख का सबूत है कि राज्यों द्वारा उसकी निरंतर मांग की जाती है।
आरएएफ के जवानों की प्रशंसा करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि दंगा नियंत्रण जैसे मोर्चे पर इन्होने महत्वपूर्ण काम किया है। कहा कि सीआरपीएफ़ राज्यों की पुलिस के साथ समन्वय बैठा कर काम करती है। उन्होंने कहा कि 2018 में सीआरपीएफ ने 131 नक्सलियों को का4 खातमा किया और 1278 को जिंदा पकड़ा। 58 नक्सली आत्मसमर्पण के लिए विवश हुए थे।