गृह मंत्री राजनाथ ने सैनिक सम्मेलन को संबोधित कराते हुए सैनिकों से कहा की भारत की अंतराष्ट्रीय सीमा की रक्षा करते समय एहतियात बरते,क्योंकि म्यामां के साथ हमारे बहुत अच्छे है वो संबंध बिगड़ने नहीं चाहिए। राजनाथ सिंह ने अद्र्धसैन्य बल की 46वीं बटालियन के सैनिको को संबोधित किया और जवानों कहा की भारत के संबंध म्यामां के साथ बहुत अच्छे बने हुए है वो बिगड़ने नहीं चाहिए सीमा की सुरक्षा करते वक्त पूरी तरह से एहतियात बरते क्योंकि ऐसी सीमा की रक्षा करना ज्याद मु्श्किल है जहां खुली और संवेदनशील है। असम राइफल्स अच्छा काम कर रही जिसको सराहते हुए कहा की भारत के जवान म्यामां की रक्षा बड़े ही बहादुरी के साथ करते है।
भारत और म्यामां की सीमा 1643 किलोमीटर लंबी है और असम राइफल्स इस सीमा की बहादुरी से सुरक्षा करती है। जो की नगालैंड,मणिपुर,मिजोरम,अरुणाचल प्रदेश से होकर गुजरती है। इस बीच गृहमंत्री ने कुछ समय पहले लॉन्च की गई मोबाइल एप्प का भी जिक्र किया जिस एप पर जवान अपनी समस्याएं लिख सकते है। ये एक बहुत ही अच्छा तरीका है जवानों की समस्याओं की जानने और हल करने का।
राजनाथ सिंह ने कहा की असम राइफल्स 300 म्यामां शरणार्थियों को वापस उनके देश भेजने की योजना भी बना रही जो सीमा पर कर भारत में आ गए थे। अद्धसैन्य बलों के शहीद सैनिको को परिजन को 1 करोड़ रुपए देने के लिए कदम भी उठाए गए है।