माना जाता है कि होली से 8 दिनों पहले तक सभी ग्रहों का स्वभाव उग्र रहता है। इसलिए होली के 8 दिन पहले से होलाष्टक शुरू हो जाता है। जो होलिका दहन तक चलता है। शुभ कार्यों के लिए ग्रहों की ये स्थिति अच्छी नहीं मानी जाती है।
जानिए कब से शुरू हो रहे हैं होलाष्टक
माना जाता है कि होली से 8 दिनों पहले तक सभी ग्रहों का स्वभाव उग्र रहता है। इसलिए होली के 8 दिन पहले से होलाष्टक शुरू हो जाता है। जो होलिका दहन तक चलता है। शुभ कार्यों के लिए ग्रहों की ये स्थिति अच्छी नहीं मानी जाती है। मान्यताओं के अनुसार इस अवधि में किए गए शुभ कार्यों का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता है।
होलाष्टक 10 मार्च से लग रहा है
होलाष्टक फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से प्रारंभ होता है और फाल्गुन पूर्णिमा को होलिका दहन के साथ खत्म हो जाता है। इस बार होलाष्टक 10 मार्च से लग रहा है. फाल्गुन शुक्ल अष्टमी तिथि तड़के 02:56 बजे से लग जाएगी। होलिका दहन 17 मार्च को की जाएगी और होलाष्टक का अंत भी इसी दिन के साथ हो जाएगा।
होली से 8 दिनों पहले सारे शुभ कार्य पर लग जाती है रोक
मान्यताओं के अनुसार होलाष्टक के दौरान कोई भी मांगलिक कार्य नहीं किया जाना चाहिए। इसलिए होली से 8 दिनों पहले सारे शुभ कार्य पर रोक लग जाती है। ऐसा माना जाता है कि होलाष्टक के समय यानी होली से 8 दिनों पहले तक सभी ग्रहों का स्वभाव उग्र रहता है। होली का त्योहार 18 मार्च को मनाया जाएगा।