अमृतसर। अमृतसर के जलियावाला बाग में शहीद ऊधम सिंह की प्रतिमा का अनावरण करने पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने प्रतिमा के अनावरण के बाद कहा कि जब भी युवाओं में आक्रोश पैदा हुआ है, देश में बदलाव आया है। फिर चाहे वो अंग्रेजी शासन रहा हो या फिर स्वतंत्रता के बाद का काल। देश के इतिहास ऐसी कई घटनाओं का गवाह है। उन्होंने कहा कि शहीद ऊधम सिंह की प्रतिमा जलियांवाला बाग में लगाने का उद्देश्य देश की आजादी के लिए अपनी जान कुर्बान करने वाले सभी शहीदों के लिए श्रद्धांजलि के तौर पर है। गृहमंत्री के साथ मूर्ति के अनावरण के अवसर पर पंजाब के कैबिनेट मंत्री धर्मसोत मौजूद रहे।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जब भी युवाओं में आक्रोश पैदा हुआ है, देश में बदलाव आया। चाहे वे अंग्रेजी शासन रहा या स्वतंत्रता के बाद का काल। देश का इतिहास इसका गवाह है। युवाओं में व्यवस्था के बदलाव की अगुवाई की। उन्होंने मंगलवार को जलियांवाला बाग में शहीद ऊधम सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने वहां पूरे परिसर का अवलोकन किया। शहीद ऊधम सिंह की प्रतिमा के अनावरण के मौके पर समारोह का आयोजन किया गया था और समारोह में राजनाथ सिंह ने जलियांवाला बाग मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया गया था।
गृह मंत्री ने कहा 13 अप्रैल 1919 को जलियांवाला बाग में सैकड़ों बेकसूर लोगों की हत्या के बाद अंग्रेजों ने समझा कि अब ङ्क्षहदुस्तान के युवाओं में हिम्मत और जज्बा नहीं रहा। वे लोग अगले और 100 वर्षों तक इंडिया में हुकूमत कर सकेंगे। जलियांवाला कांड के बाद शहीद ऊधम सिंह, चंद्रशेखर आजाद, राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाकउल्ला खां, भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव सिंह समेत अन्य युवाओं के दिलों में अंग्रेजों के खिलाफ इतना आक्रोश पैदा हुआ कि अंग्रेजों को भारत छोड़ कर जाना पड़ा।सिंह ने कहा कि जलियांवाला बाग कांड के समय ऊधम सिंह 19 साल के थे।