सहारनपुर। मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर करना, हिन्दी है हम वतन है..गणतंत्र दिवस के मौके पर देश के तमाम शहरों के स्कूलों, कॉलेजो समेत कई जगहों पर तिरंगे को फहराया गया। आसमान से छूते राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को देखकर हर हिन्दुस्तानी का सीना गर्व से और चौड़ा गया। अपनी मातृभूमि के लिए कुछ भी कर गुजरने का जज्बा हर किसी शख्स की आंखों में देखने को मिला। दिल्ली के राजपथ पर निकली भारतीय सेना की झांकी ने देश की ताकत को दिखा दिया।
एक तरफ सेना ने अपनी ताकत को दर्शाया तो दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में लोगों ने गणतंत्र दिवस के मौके पर एकता का संदेश दिया। सहानपुर में चारों धर्म हिन्दु-मुस्लिम-सिख-ईसाई के लोगों ने मिलकर झंडा फहराते हुए एकता का संदेश दिया और एक बार फिर से साबित कर दिया भारत में कोई भी मजहब अपनी मातृभूमि से बढ़कर नहीं है। चाहे कुछ भी हो जाए देश की आन-बान और शान के लिए सब एक होकर लड़ेंगे।
एकता का संदेश देते हुए लोगों ने साफ शब्दों में युवाओं के नाम संदेश देते हुए कहा कि आज के बच्चे राष्ट्र के बारे में कुछ नहीं जानते हैं, देश के ज्यादातर युवाओं को तो इस बात की भी जानकारी नहीं होगी कि गणतंत्र दिवस आखिर क्यों मनाया जाता है। इसलिए हर माता-पिता का फर्ज है कि वो अपने बच्चों का शिक्षा का स्तर बढ़ाने से पहले उनके राष्ट्र के बारे में ज्ञान दें। उन्हें भारत की संस्कृति और राष्ट्रीय त्य़ौहारों के बारे में जानकारी दें।
मदरसे में भी झण्डा फहराया गया जहां पर मुस्लिम बच्चों ने उर्दू में देश प्रेम के बारे में बताया और कहां की हम भले ही किसी भी धर्म के हों लेकिन हमारा देश एक ही है। चारों धर्म के सम्मानित लोगों ने जिस तरह आज इस पावन पर्व को मनाया उससे इनके मन में देश प्रेम की भावना झलकती है।
विशाल कश्यप, संवाददाता