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श्रीनगर में तापमान ने तोड़ा रिकार्ड, तीस साल में सबसे अधिक

श्रीनगर

जम्मू कश्मीर: श्रीनगर में तापमान ने पिछले पिछले तीस वर्षो से सबसे अधिक रहा। हालांकि पिछले तीन दिनों से जम्मू में तापमान श्रीनगर से कम आंका गया है। अक्सर जम्मू में तापमान श्रीनगर से कम रहता है। मगलवार को श्रीनगर में तापमान ने पिछले तीस वर्षों का रिकार्ड तोड़ा है। हालांकि जम्मू और कश्मीर में मूसलाधार बारिश होने के कारण बुधवार को जम्मू में तापमान श्रीनगर के मुकाबले अधिक है।

दो सप्ताह देरी से हुई बरसात

मौसम विभाग के निदेशक सोनम लोटस के अनुसार इस बार बरसात दो सप्ताह देरी से हुई है। अक्सर बरसात जुलाइ्र के अंत तक तक शुरू हो जाती है। बुधवार की बारिश ने राहत दिलाई है। अगले सप्ताह भी मौसम ठीक रहेगा। श्रीनगर में आद्रता अधिक रहेगी। मंगलवार 18 अगस्त को श्रीनगर में तापमान 35 डिग्री सेल्सियस रहा। 19 अगस्त को पिछले तीस सालों में तापमान में अधिकतता ने श्रीनगर में रिकार्ड तोड़ा है।

तिथि श्रीनगर जम्मू

16 अगस्त 34 डिग्री 33ः 8 डिग्री
17 अगस्त 35 डिग्री 34 डिग्री
18 अगस्त 31 डिग्री 30 डिग्री
19 अगस्त 24 डिग्री 30 डिग्री

जम्मू श्रीनगर हाईवे बंद

बारिश से बुधवार सुबह जम्मू श्रीनगर हाईवे बंद हो गया। पुंछ के पीर की गली, उधमपुर के गुल गुलाबगढ़ और डोडा किश्तवाड भी बारिश से बंद हो गया। पहाड़ों से पस्सियां गिरने के कारण हाईवे को रामबन में बंद कर दिया गया। करीब आठ सौ गाड़ियां दोनों और रास्ते में रूक गई।

जोरों पर पस्सियां हटाने का काम

जोनल ट्रैफिक हेडक्वार्टर के अनुसार रास्ते से पस्सियां हटाने का काम जोरों पर है। सीमा सड़क संगठन लगातार हाईवे खोलने में जुटा है। अगर बारिश नहीं हुई या पस्सियां नहीं गिरी तो चार पांच घंटे में हाईवे को साफ कर दिया जाएगा।

रास्ते में फंसे प्रशासनिक अधिकारी

बताया जा रहा है कि रास्ते में सरकार के कई प्रशासनिक अधिकारी भी फंस गए हैं। श्रीनगर निवासी प्रशासनिक सचिव को 22 अगस्त को सचिवालय में रिपोर्ट करना है और एक महीने तक वह वहीं पर अपना कामकाज देखेंगे। कोरोना के कारण इस साल श्रीनगर मे सचिवालय मूव नहीं हुआ। जरूरी कर्मचारी ही सचिवालय मूव के दौरान श्रीनगर पहुचे थे।

जम्मू का सरकुलर रोड बंद

बारिश से जम्मू का सरकुलर रोड़ भी बंद हो गया है। सरकुलर रोड़ पीरखो के नजदीक पहाड़ी से पस्सियां गिरी और चार गाड़ियां भी इसकी चपेट में आ गई। गाड़ियां बुरी तरह से श्रतिग्रस्त हो गई हैं। इसमें सवार लोग बाल बाल बच गए। सरकुलर रोड़ पर बने घर भी हादसे में बाल बाल बच गए।

पार्किंग की नहीं कोई व्यवस्था

लोगों के अनुसार सरकुलर रोड़ पर कई लोगों ने अपनी गाड़ियों को भी पार्क किया होता है। पुराने शहर को रास्ता इस क्षे़त्र से भी जाता है। जबकि मुुख्य रास्ते पर अक्सर जाम होता है और पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है। लोगों ने कई बार मांग कि है कि सरकुलर रोड़ पर पार्किंग की व्यवस्था की जाए।

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