कोरोना के केस कम होने के कारण दिल्ली सरकार ने राहत देना शुरू कर दिया था। ताकि लोगों को किसी तरह की परेशानियों का सामना ना करना पड़े।
कोरोना नियमों का नहीं हुआ पालन
दिल्ली सरकार ने व्यपारियों से यह अपील की थी कि वह कोरोना नियमों को ध्यान में रखते हुए ही दुकानों को खोलें। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ । दुकाने खुलते ही बाजारों मंे भीड़ दिखाई देने लगी और कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ने लगी।
हाईकोर्ट ने की टिप्पणी
हाईकोर्ट की टिप्पणी के बाद दिल्ली के कारोबारी आज यानि रविवार को 200 व्यापारी संगठन कोविड गाइडलाइन को लेकर सुझाव पर चर्चा करेंगे। अदालत के आदेश के बाद इसे लेकर व्यापारी भी गंभीर हो गए है। दरअसल उन्हें एक बार फिर लॉकडाउन के आसार दिखने लगे है। दिल्ली सरकार ने भी अनलॉक-3 के दौरान इस तरह की चेतावनी दी थी। दिल्ली के बाजारों में बढ़ रही भीड़ और दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के दिशा निर्देश का गंभीरता से पालन नहीं होने की अदालत की टिप्पणी के बाद व्यापारियों ने महापंचायत बुलाई है।
वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए बुलाई पंचायत
रविवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए एक पंचायत बुलाई गई है। जिसमें सभी दुकानदारों को जागरूक किया जाएगा। इसमें मार्केट एसोसिएशन, सैलून एसोसिएशन्स, रेस्टोरेंट्स, इंडस्ट्री और मॉल एसोसिएशन्स भी शामिल होंगे। दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली के बाजारों में बढ़ रही भीड़ को लेकर जो टिप्पणी की है उसको दिल्ली के व्यापारी गंभीरता से ले रहे हैं , व्यापारियों की कांफ्रेंस में इसी मुद्दे पर चर्चा होगी कि बाजारों में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किस तरह किया जाए? बिना मास्क लगाए किसी भी ग्राहक को सामान ना दिया जाए।
गौरतलब है कि वैज्ञानिकों द्वारा यह चेतावनी दी गई है कि देश में तीसरी लहर का आना पक्का ही है। ऐसे में हमें अभी इतनी ढील नहीं दी जानी चाहिए। हालांकि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान लोगों को कई दिक्क्तों का सामना करना पड़ा था । ऐसे में सरकार अब कोई भी ढिलाई नहीं बरतना चाहेगी।