#Meerut देश भारत खबर विशेष यूपी

सुनिए साहब: जानलेवा हमले में आए लगभग 40 टांके, भावनपुर पुलिस ने हटा दी 307 की धारा

भावनपुर पुलिस, रिश्वतखोरी, एसपी देहात मेरठ, एसएसपी मेरठ
  • संवाददाता, भारत खबर

मेरठ। कहते हैं कि पुलिस जनता के सहयोग के लिए होती है लेकिन जनता के दम पर राजनीति के महत्वपूर्ण पद को पाने वाले जनप्रतिनिधियों के दबाव में खाकी-खादी का गठजोड़ इस तरह काम कर रहा है कि ये लोग आम जनता को न्याय मिलना तो दूर ठीक से बात तक नहीं करते।

आरोप है कि भावनपुर पुलिस ने जानलेवा हमले के आरोपियों को बचाते हुए IPC 307 को हटा दिया है। पीड़ित का आरोप है कि पुलिस स्थानीय विधायक के बेटे के दबाव में कार्य कर रही है और आरोपियों की दबंग छबि के चलते पुलिस बैकफुट पर है।

ये है पूरा मामला:

थाना भावनपुर निवासी हर्ष कुमार पुत्र राजे सिंह ने एसपी देहात को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि उसने कुछ दिन पूर्व खेत में मिट्टी डालने के लिए धाीरज ठेकेदार से काम करवाया था, बकाया रकम लेने के लिए उसने मास्टर अनिल कुमार पुत्र रूपचंद के यहां बुलाया। वहां पहुंचने पर पैसे के लेनदेन के एवज में विवाद बढ़ गया और फिर पहले से ही हमले की ताक में बैठे मोहित, ठेकेदार, बबरे, रिंकू, कपिल, टिंकू ने मिलकर हर्ष कुमार के उपर हमला कर दिया।

आरोप है कि हथियारों और लाठी-डंडों से हमला करने के बाद हर्ष, विक्रान्त और हरिओम को बुरी तरह से घायल करने के बाद आरोपी रिंकू ने देसी कट्टे से फायर झोंक दिया। वहां से किसी तरह जान बचाकर भागे पीड़ितों को रिंकू ने कहा कि मौका मिलते ही जान से मार देगा।

एसपी से बड़े हो गए थोनदार

पीड़ितों ने कुछ दिन पहले एसपी को भी इसी सम्बंध में प्रार्थनापत्र दिया था, मौके पर ही आरोपी माेहित भी क्रास केस बनवाने के लिए प्रार्थनापत्र देने आया था, पीड़ित ने उसकी पहचान कर ली तो एसपी ने मौके से ही आरोपी माेहित को अरेस्ट करवाया था लेकिन भावनपुर पुलिस तो एसपी से भी आगे निकली और थाने से आरोपी को छोड़ दिया।

[wp-review id=”012302″]

भाजपा नेता के बेटे के दबाव में है पुलिस

आरोप है कि भावनपुर पुलिस एक भाजपा नेता के बेटे के दबाव में काम कर रही है। इसी के चलते धारा 307 को हटा दी गई है और रिश्वतखोरी को बढ़ावा देते हुए थाने से ही पीड़ित को छोड़ दिया गया। वरना इतनी गंभीर धारा के बावजूद थाने से छोड़ने का कोई प्रश्न ही नहीं बनता।

कुछ दिन पहले भी किया था हमला

पीड़ित हर्ष ने बताया कि ये आरोपी कुछ दिन पूर्व भी घर पर रूपए मांगने का बहाना लेकर घर पर हमला करने की नियत से आ गए थे। पीड़ित हर्ष ने मौके पर पुलिस बुलाई जिसकी वजह से आरोपी मौके से भाग गए थे।

मेडिकल के आधार पर होगी कार्रवाई: एसपी देहात

मामले को लेकर पीड़ित शुक्रवार को एसपी देहात अविनाश पांडे से मिलने पहुंचे, लेकिन उन्होंने भी मामले को गंभीरता से न लेते हुए पीड़ितों से कहा कि मेडिकल के आधार पर ही कार्रवाई होगी। जबकि पीड़ित भी मौके पर मौजूद था जिसके सर में लगभग चालीस टांके आए हैं।

पुलिस पीड़ितों के ही प्रति सख्ती से पेश आती है जबकि आरोपियों को थाने से छोड़ देने के सवाल पर जवाब नहीं सूझता। पीड़ित अपनी बात कहने आते हैं तो भी उन्हें धमका दिया जाता है। जब यह रवैया अधिकारियों का है तो थानेदारों से न्याय की उम्मीद कैसे कर सकते हैं?

 

[wp-review id=”00123″]

Related posts

जब देश गूंज उठा इंकलाब के नारों से….

lucknow bureua

तालाब बना इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट, बारिश से बेहाल हुए दिल्लीवाले

Kalpana Chauhan

पोलिंग बूथ पर पिस्तौल ले जाने पर संगीत सोम के भाई गिरफ्तार

shipra saxena