नई दिल्ली। योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में धरना खत्म करवाने के आदेश दिए हैं जिसके बाद गाजियाबाद डीएम ने गाजीपुर बॉर्डर को खाली करने के निर्देश दिए। इसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए गाजिपुर बॉर्डर पर किसानों के टेंट हटाने शुरु कर दिए हैं। गाजिपुर बॉर्डर पर धारा 144 लगा दी गई है इसी के साथ भारी पुलिस और आरएएफ तैनात कर दी गई है किसी भी समय पुलिस कार्रवाई को अंजाम दे सकती है। पहले ही दो संगठन आंदोलन से अलग हो चुके हैं इसी बीच बड़ी खबर यह आ रही है कि दो और संगठनों ने आंदोलन वापस ले लिया है।
इसी बीच राकेश टिकैत ने कहा कि वो गिरफ्तारी नहीं देंगे। इसी के साथ उन्होंने कहा कि आंदोलन जारी रहेगा। इसी के साथ राकेश टिकैत रोने लगे और कहा कि सरकार किसानों को मरवाना चाहती है। इसी बीच आशंका है कि पुलिस आंदोलन को खत्म करने के लिए बड़ा एक्शन ले सकती है।
किसान नेता राकेश टिकैत गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों को संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वो सरेंडर नहीं करेंगे। हमारा धरना जारी रहेगा। राकेश टिकैत ने कहा कि लाल किले की घटना के लिए जो जिम्मेदार हैं उनकी कॉल डिटेल निकाली जाए। राकेश टिकैत ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस धरने पर गिरफ्तारी का प्रयास कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट भी शांतिपूर्ण तरीके से धरने को जायज ठहराया है। उत्तर प्रदेश गाजीपुर बॉर्डर पर कोई हिंसा नहीं हुई है। इसके बावजूद सरकार दमनकारी नीति अपना रही है। यह उत्तर प्रदेश सरकार का चेहरा है। राकेश टिकैत ने कहा कि लाल किले पर कौन लोग थे, सुप्रीम कोर्ट के जज उसकी जांच करें। कमेटी जांच करे और पता लगाए कि वहां झंडा लगाने वाले कौन थे।