श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर भारतीय और पाकिस्तानी सैनिकों के बीच शनिवार को भारी फायरिंग हो रही है। इसकी वजह से नियंत्रण रेखा के करीब रहने वाले लगभग 500 लोगों को सेना ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने बताया, ‘पाकिस्तानी सेना की ओर से एक बार फिर सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर उरी क्षेत्र में युद्ध विराम का उल्लंघन किया गया। हमारे सैनिक पाकिस्तान की ओर से हो रही गोलीबारी का जोरदार और कारगर ढंग से जवाब दे रहे हैं। अंतिम सूचना आने तक एलओसी के दोनों ओर से जोरदार गोलीबारी जारी थी।
बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना की ओर से पिछले चार दिनों से बारामूला जिले के उरी में संघर्ष विराम का उल्लंघन किया जा रहा है। पाकिस्तानी सेना की ओर से भारतीय चौकियों और गांवों पर हमला किया जा रहा है। भारी फायरिंग की वजह से सीमा से सटे गांवों को खाली करा लिया गया है। भारी गोलीबारी के कारण नियंत्रण रेखा के करीब रहने वाले लगभग 500 लोगों और उनके मवेशियों को सेना ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
सूत्र बताते हैं कि पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा पर भारतीय सेना पर बैट हमला करने वाले आतंकी संगठनों को आउटसोर्स करने के बाद अब स्नाइपर शूटरों को भी आतंकियों को सौंप दी है। भारतीय जवानों को निशाना बनाने में कामयाब रहने पर जिहादी स्नाइपर को 50 हजार से एक लाख रुपये तक इनाम दिया जाता है। पाकिस्तानी सेना ने उत्तरी कश्मीर में केरन सेक्टर से जम्मू में पलांवाला तक नियंत्रण रेखा पर 150 से ज्यादा आतंकियों को स्नाइपर शूटिंग के लिए तैनात किया है। पाकिस्तान से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर पिछले एक साल के दौरान करीब 32 सैन्यकर्मी पाकिस्तानी गोलीबारी में शहीद हुए हैं।
वहीं इनमें लगभग डेढ़ दर्जन जवानों को पाकिस्तानी चौकियों में बैठे जिहादी स्नाइपर शूटरों ने ही निशाना बनाया है। मंगलवार को टंगडार में शहीद हुए बीएसएफ कर्मी एसके मुरमु को भी स्नाइपर शूटर ने ही निशाना बनाया था।केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की ओर से जुटाई गई सूचनाओं के मुताबिक, पाकिस्तानी सेना ने अल-बदर, जैश और लश्कर से जुड़े आतंकियों को ही मुख्य रूप से स्नाइपर शूटर के तौर पर भर्ती किया है। हिज्ब, जमायतुल मुजाहिदीन, हरकत और तहरीक उल मुजाहिदीन के भी लगभग दो दर्जन आतंकियों को स्नाइपर शूटिंग की ट्रेनिंग दी गई है।