कानपुर: महामारी के इस दौर में भी कई ऐसे लोग हैं जो मौका नहीं छोड़ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला कानपुर में देखने को मिला, जहां रेमडेसिवर इंजेक्शन की कालाबाजारी का मामला सामने आया। जहां एसटीएफ ने 3 व्यक्तियों को इंजेक्शन की तस्करी करते हुए गिरफ्तार किया।
रेमडेसिवर इंजेक्शन है महत्वपूर्ण
इन दिनों यह इंजेक्शन काफी महत्वपूर्ण है, जिसकी मारामारी चारों तरफ चल रही है। लोग इसकी कालाबाजारी भी कर रहे हैं। वहीं नकली इंजेक्शन भी बाजार में उपलब्ध हो रहा है। ऐसा ही एक मामला कानपुर में देखने को मिला, जहां पुलिस ने तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। इनके पास से 265 रेमडेसिवर इंजेक्शन बरामद किए गए हैं। इनकी कीमत बाजार में लाखों रुपए की है। संक्रमण और महामारी के इस दौर में यह एक बड़ी करवाई मानी जा रही है।
एसटीएफ टीम ने किया गिरफ्तार
इंजेक्शन की अवैध डिलीवरी को लेकर एसटीएफ को खबर मिली थी, जिसके बाद उन्होंने मौके पर बहादुरी के साथ तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक यमुना नगर हरियाणा के निवासी सचिन के साथ अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास इंजेक्शन के साथ कई अन्य सामान भी बरामद हुए। इस पूरे मामले की सूचना औषधि विभाग और प्रशासन को भी दे दी गई है।
इस इंजेक्शन को ऊंचे दाम पर बेचने की प्लानिंग थी, इस समय देश में इसकी भारी मांग देखने को मिल रही है। रेमडेसिवर इंजेक्शन की एक बड़ी खेप कुछ दिन पहले गुजरात सरकार की तरफ से उत्तर प्रदेश में भेजी गई। वहीं देश के अन्य अलग-अलग हिस्सों में भी इसकी भारी मांग देखने को मिल रही है, जिसके चलते यह कालाबाजारी भी शुरू हो गई है।