अकसर देखा जाता है पीरियड्स के दौरान महिलाओं को रैशेज की समस्या का सामना करना पड़ता है। ये हमेशा के लिए नहीं होते लेकिन इनके आने से महिलाओं को परेशानी झेलनी पड़ती है।
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महीने में कुछ दिन महिलाओं के लिए बड़े असहज हो जाते हैं। वो दिन होते हैं मासिक धर्म के चक्र से जुड़े हुए। जिसमें महिलाओं को दर्द, हेवी फ्लो, चिड़चिड़ा हट मूड स्विंग्स और ना जाने कितने तरह की असुविधाएं होती हैं।
इस दौरान महिलाएं भावनात्मक और शारीरिक दोनों ही तरह से परेशानियों का सामना करती हैं। कुछ मामलों में सीने में रैशेज की समस्या भी देखने को मिलती है। देखा जाता है कि पीरियड्स (Periods) के दौरान लड़कियों के सीने पर रैशेज और हाइव्स पड़ते हैं। हालांकि इस दौरान ऐसा होना सामान्य सी बात है लेकिन अगर ये ज्यादा हो रहा है आपको तो इसे नजरअंदाज नहीं करनी चाहिए।
क्या होता है प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन?
प्रोजेस्ट्रॉन (progesterone) वो हार्मोन है जो महिलाओं में पाया जाता है इसका काम महिलाओं के गर्भाशय में एस्ट्रोजन के लेवल को कम करके हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी करना है। इसी के कारण महिलाओं को पीरियड यानि मासिक होते हैं।
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि प्रोजेस्टेरोन हाइपरसेंसटिविटी के कारण स्किन रिएक्शन होने लगता है। जोकि मेंस्ट्रूअल साइकिल के दौरान होता है। इसके लक्षण पीरियड से करीब 3 से 10 दिन पहले होना शुरू हो जाता है लेकिन यह पीरियड खत्म होते ही चले जाते हैं, उसके लक्षण में सूजन खुजली फ्लैकी पैच शामिल है।
महिलाओं को इस समस्या के बारे में बात करना अच्छा नहीं लगता है रैशेज और चकत्ते के बारे में बताने में उन्हें शर्मिंदगी महसूस होती है। लेकिन ऐसे में परेशानी बढ़ सकती है और नियमित रूप से जीवन प्रभावित हो सकता है। क्योंकि कभी-कभी इसके गंभीर परिणाम भी देखे गए हैं।