आज के समय में कई लोगों को नींद की परेशानी से जूझते देखा गया है, जो कि धीरे-धीरे ये एक आम परेशानी बनती जा रही है। बता दे कि भारत में लोग नींद की बीमारी की परेशानी के शिकार हो रहे हैं।
आपको बता दें कि ‘डेंटल स्लीप मेडिसिन’ के अनुसार, भारत में करीब 40 लाख लोग खासकर की बुजुर्ग और मोटे लोग ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया सिंड्रोम के शिकार पाये जाते हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति सांस लेने में तकलीफ के कारण रात में कई बार जागता है और पूरे दिन सिरदर्द और थकान के साथ सुबह उसका मुंह सुखा रहता है तो ये ओएसए के कारण हो सकता है।
इसके अलावा श्वसन चिकित्सा में, ओएसए का आमतौर पर इलाज पॉजिटिव वायुमार्ग दबाव मशीनों के साथ इलाज किया जाता है, लेकिन दंत चिकित्सा भी इसमें कारगर मानी जाती है।
वहीं मोटापा, हमारा लाइफस्टाइल, और स्ट्रैस दातों के गिरने का कारण बन सकता है। और ये सांस लेने में परेशानी करता है। अगर ऐसी स्थिति लंबे समय तक बनी रहती है तो ये शरीर की ऑक्सीजन को प्रभावित करती है। दिल और सांस जैसी परेशानियां हमें देखने को मिल सकती हैं।
बदलते लाइफस्टाइल के कारण लोगों की जिंदगी पूरी तरह से प्रभावित होती जा रही है, आजकल के समय में नींद न आना एक आम समस्या बनती जा रही है। रात को लोग समय पर सोने तो जाते हैं लेकिन, नींद न आने के कारण करवट बदलते रहते हैं। जिसका हमारी हेल्थ पर असर पड़ता है। अच्छी हेल्थ के लिये कम से कम 6 से 8 घंटे की नींद बहुत जरूरी है।
अगर आपको रात में नींद न आने की समस्या है तो आप अश्वगंधा का सेवन करना शुरु कर दें, जो कि आपको इस समस्या से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। साथ ही ये आपको तनाव को कम करने में भी मदद करता है।
समय पर सोने की आदत डालकर और अपने लाइफस्टाइल में बदलाव करके ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया सिंड्रोम से बचा जा सकता है। साथ ही कोई दंत चिकित्सा, श्वसन चिकित्सा से दूर रहा जा सकता है।