नई दिल्ली। आज जहां बाज़ार में प्रतिदिन नये सौंदर्य प्रसाधन और नयी तकनीक आ रही है, वहीं त्वचा से सम्बन्धी समस्याओं की सूची भी कुछ कम नहीं हैं। हम सभी चाहते हैं बेदाग और खिली–खिली त्वचा। लेकिन अगर आप चाहते हैं कि आपकी त्वचा हमेशा ऐसी ही दिखे तो इसके लिए आपको अपनी त्वचा का ख्याल रखना होगा। त्वचा में किसी भी प्रकार के परिवर्तन का इलाज जितनी जल्दी हो करा लें, फिर चाहे आंखों के नीचे काले घेरे हों या स्ट्रैच मार्क।
चेहरे पर झुर्रियां
उम्र के साथ झुर्रियों का पड़ना भी आम है, लेकिन अगर समय से पहले आपके चेहरे पर झुर्रियां पड़ रही हैं या आपका सौंदर्य प्रभावित हो रहा है तो इसे अस्वीकार करें और इसका समाधान निकालें। स्ट्रैच मार्क, आंखों के नीचे काले घेरे या एक्ने जैसी समस्या से हालांकि किसी प्रकार की पीड़ा नहीं होती ना ही यह खतरनाक होते हैं। लेकिन इनसे साइकालाजिकल समस्याएं भी हो सकती हैं क्योंकि इनसे होने वाले तनाव भी कुछ कम नहीं होते।
आकर्षण का पात्र
आज ऐसी समस्याओं को स्वीकार कर लेना कोई समाधान नहीं बल्कि चिकित्सा के तरीके अपनाना अच्छा है। कार्बोक्सीथेरेपी जैसी नयी तकनीक से ऐसी समस्याओं का इलाज बहुत आसानी से सम्भव हो पाया है। अपनी त्वचा का ख्याल रख आप स्वस्थ त्वचा तो पा ही सकते हैं, साथ ही आकर्षण का पात्र भी बन सकते हैं।
कार्बोक्सीथेरेपी
कार्बोक्सीथेरेपी चिकित्सा के दौरान त्वचा में कार्बनडाइआक्साइड का इंजेक्शन लगाया जाता है, जिससे नयी रक्त कोशिकायें बनती हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि अगर इसे सेप्टिक तरीके से किया जाये तो इससे किसी भी प्रकार के अतिरिक्त प्रभाव नहीं होते। इस चिकित्सा में आने वाले एक सिटिंग का खर्च सिर्फ 3000 से 4000 रूपये तक का है। स्ट्रैच मार्क अकसर गर्भावस्था के बाद या किशोरावस्था के दौरान होते हैं और ऐसा त्वचा के खिंचाव के कारण होता है।
नई तकनीक
कार्बोक्सीथेरेपी का प्रयोग सेल्युलाइट्स से बचाव के लिए भी किया जाता है। जहां पहले स्ट्रैच मार्कस हटाने के लिए लेज़र तकनीक का प्रयोग होता था, वहीं आज कार्बोक्सीथेरेपी जैसी नान सर्जिकल प्रक्रिया का प्रयोग हो रहा है जो कि बहुत सुरक्षित है।