मेरठ। हरियाणा के सीएमओ को लगातार मेरठ के निजी अस्पताल में लिंग परीक्षण की शिकायत मिल रही थी। दलाल के जरिए मेरठ में गर्भवती को लाकर लिंग परीक्षण कराया जाता है। हरियाणा स्वास्थ्य विभाग ने मेरठ जिले के सीएमओ से सम्पर्क साधकर छापा डाला। इस छापे को गोपनीय रखते हुए डमी पेशेंट हरियाणा से लाकर लिंग परीक्षण करते हुए डाक्टर और दलाल को रंगेहाथ पकड़ लिया और थाने लाया गया है।
मंगलवार को हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अपने साथ लिंग निर्धारण के लिये सर्वहितकारी अस्पताल में डमी महिला को ले कर आए थे। इस महिला ने दलाल मनीष के जरिए 8 हजार रूपये में डाक्टर अनिल से लिंग जांच करानी तय की थी। महिला ने 2-2 हजार के चार नोट जमा कराए, जिसमें से 2 नोट डाक्टर अनिल शर्मा की जेब से और 2 नोट दलाल कम्पाउंडर मनीष की जेब से बरामद किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इन नोटों के नम्बर पहले ही नोट कर लिए थे। मेरठ और हरियाणा स्वास्थ्य विभाग ने संयुक्त छापेमारी करते हुए डाक्टर और दलाल को गिरफ्तार करके थाने ले आई है। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में आगे की छानबीन शुरू कर दी है।
हरियाणा स्वास्थ्य विभाग ने मेरठ स्वास्थ्य विभाग की टीम से सम्पर्क करके संयुक्त रूप से छापा मारा, इस टीम में मेरठ और हरियाणा से एक-एक डिप्टी सीएमओ मौजूद थे। डमी महिला ने बताया कि जांच के दौरान डाक्टर ने लिंग निर्धारण करते हुए बेटी होने की जानकारी दी। वहीं डाक्टर का कहना है, कि उसको फसाया जा रहा है। तोदूसरी ओर हरियाणा की सूचना पर मेरठ स्वास्थ्य विभाग ने दलाल कम्पाउंडर से सम्पर्क साधते हुए जांच की तैयारी की थी। हालांकि डिप्टी सीएमओ जांच में लड़का होने की बात कह रहा है, वहीं डमी महिला का कहना है कि जांच में डाक्टर ने उसे बेटी बताई है। फिलहाल पुलिस ने तहरीर को आधार बनाकर जांच शुरू कर दी है। इस अस्पताल के बाहर भले ही लिंग परीक्षण दंडनीय अपराध है, और भले ही इसका पोस्टर लगा हो, लेकिन भीतर बेटी है या बेटा इसका जीता जागता उदाहरण आपके सामने है।