- भारत खबर || नई दिल्ली
हाथरस गैंगरेप प्रकरण के आरोपियों को प्रशासन ने अभी हिरासत में ही रखा हुआ है। हाथरस गैंगरेप प्रकरण को लेकर एक बड़ा खुलासा सामने आया है। बताते चलें कि गैंगरेप प्रकरण में आरोपियों ने जेल से पुलिस अधीक्षक को एक चिट्ठी लिखी है। इसी के माध्यम से चारों आरोपियों ने यह जाहिर किया है कि वह पूर्ण रूप से निर्दोष हैं।
आरोपियों ने अपनी चिट्ठी में यह बताया है कि पीड़िता के साथ उनकी गहरी दोस्ती थी। जिससे उनका परिवार बेहद नाराज था। यह पूरा मामला ऑनर कॉलिंग का है। मुख्य आरोपी संदीप का कहना है कि मेरी पीड़िता से गहरी दोस्ती थी। और मैं कभी-कभी उससे फोन पर भी बात करता था। लेकिन मेरी बात करने को लेकर उसके घर वाले बहुत नाराज होते थे। वह कभी-कभी पीड़िता को प्रताड़ित भी करते थे।
मुख्य आरोपी संदीप का कहना है कि जिस दिन यह घटना हुई उस दिन पीड़िता ने मुझे खेत पर बुलाया। मैं उससे मिलने के लिए खेत पर गया तो मैंने देखा कि वहां पर उसका भाई और उसकी मां मौजूद थे। फिर वहां से पीड़िता के कहने पर मैं वापस आ गया और मुझे बाद में खबर मिली कि घर जाकर उसके भाई और उसकी मां ने उसे बहुत मारा है। उसको गंभीर चोट भी आई है। मुख्य आरोपी संदीप का साफ तौर पर यह कहना है कि ना तो मैंने पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया है। मैंने किसी भी प्रकार की मारपीट की है। मुझे जबरन इस जुर्म में फसाया जा रहा है।
मुख्य पीड़ित संदीप का कहना है कि हम पूर्ण रुप से निर्दोष हैं। मेरे रिश्तेदार भाइयों को जबरन इस जुर्म में लादा जा रहा है। चारों आरोपियों ने जेल के अंदर से ही एसपी को अपनी चिट्ठी भेजते हुए लिखा है। कि हम पूर्ण रूप से निर्दोष हैं। इसी के साथ साथ आरोपियों के माता-पिता व गांव वालों ने भी यही कहा है कि हमारे बच्चे पूरी तरह से निर्दोष हैं।
उन्होंने किसी भी प्रकार की दुष्कर्म की घटना को अंजाम नहीं दिया है। इस केस का नार्काे टेस्ट अवश्य होना चाहिए। चिट्ठी को पढ़कर अभी एसपी ने अपना किसी भी प्रकार का कोई जवाब नहीं दिया है। अब देखना यह है कि इस केस पर किस प्रकार कार्रवाई की जाती है।