- भारत खबर || नई दिल्ली
हाथरस गैंगरेप प्रकरण पर प्रशासन द्वारा की जा रही जांच में नई-नई बात सामने आ रही हैं। प्रशासन इस मामले पर गहनता से जांच कर रहा है। व दिन प्रतिदिन इस प्रकरण से जुड़े नए मामले उजागर हो रहे हैं। हाथरस जाने पर हाल ही में प्रशासन में एक बड़ा खुलासा किया है। जिसे सुनकर स्तब्ध रह गए। सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि प्रशासन द्वारा की जा रही जांच पड़ताल में पता चला है कि पीड़िता के गांव में अज्ञात रिश्तेदारों ने अपना डेरा जमाया हुआ था। शासन ने जब उसकी जांच पड़ताल की तो उस महिला खुद को पीड़िता का रिश्तेदार बताया और वह महिला पीड़िता के परिवार में भी देखी गई।
प्रशासन ने अपनी रिपोर्ट में यह कहा है कि वह महिला पीड़िता के परिवार को गुमराह कर रही थी तथा कथित तौर पर अज्ञात रिश्तेदार डॉ राजकुमारी पीड़ित परिवारों को गुमराह करती हुई पाई गई। प्रशासन की रिपोर्ट के मुताबिक पता चला है कि केवल जातिवाद की भावना के साथ एक दलित होने के नाते वह पीड़ित परिवार को अपने झांसे में लेकर उनके साथ रह रही थी। गैंगरेप की घटना के बाद में महिला कई बार पीड़ित परिवार के साथ बैठी हुई पाई गई।
एसआईटी की टीम ने पूछताछ करने के लिए पहुंची तो सूचना मिलते ही महिला वहां से निकलकर अपने घर पहुंच गई। इस प्रकरण को लेकर एसआईटी की टीम गहनता से पूछताछ कर रही है। हाल ही में उन्होंने इस मामले की पूछताछ के लिए आरोपियों की परिवार को भी शुक्रवार को बुलाया था। जिसमें उन्होंने 2 आरोपियों के परिवार के साथ पूछताछ की। इसी के साथ साथ एसआईटी की टीम ने पीड़िता के परिवार को भी बुलाकर उनसे कड़ी पूछताछ की।
सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि इसके अलावा एसआईटी की टीम ने स्थानीय लोगों से भी इस मामले में जांच पड़ताल की है। बताते चलें कि एसआईटी की टीम द्वारा यह बात कही गई है कि जो भी व्यक्ति या गांव का नागरिक घटनास्थल पर मौजूद था उन सभी से इस प्रकरण पर पूछताछ की जाएगी।