- भारत खबर || नई दिल्ली
देश पर हाथरस गैंगरेप प्रकरण का मुद्दा अपना एक नया आकार लेता हुआ नजर आ रहा है। अन्य सियासी दलों द्वारा भारी विरोध प्रदर्शन किया गया है। प्रशासन द्वारा काफी सख्ती बरतने के बाद भी प्रदर्शनकारी बाज नहीं आ रहे हैं। इस प्रकरण पर कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी केंद्र सरकार व राज्य सरकार पर दिन प्रतिदिन सोशल मीडिया के माध्यम से गंभीर टिप्पणी कर रहे हैं। सरकार के द्वारा किए जा रहे कार्यों पर लांछन लगा रहे हैं।
बताते चलें किअरे सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सीबीआई CBI को इस मामले की जांच करने के आदेश दे दिए गए थे। परंतु इसकी जांच अब तक एसआईटी के तहत की जा रही थी। अब सरकार के अनुरोध करने पर सीबीआई CBI ने इस प्रकरण की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। और इस प्रकरण की जांच शुरू कर दी है। बताते चलें कि अब हाथरस प्रकरण की जांच सीबीआई के अंतर्गत आ चुकी है। बताते चलें कि इस केस को लगभग 27 दिन हो चुके हैं।
सीबीआई CBI द्वारा इस मामले पर जनता से जांच कर के दौरान सभी सबूतों को इकट्ठा कर अपनी रिपोर्ट प्रशासन को सौंपी जायेगी। जिसमें और भी नए बड़े खुलासे होने की संभावना है। लेकिन इस बात को लेकर एक बड़ी खबर यह सामने आ रही है कि पीड़िता के परिवार को सीबीआई की जांच पर तनिक भी भरोसा नहीं है। हाल ही में भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर उर्फ रावण पीड़िता के परिवार से मिलने पहुंचे थे। उन्होंने अपने बयान में यही कहा था कि पीड़िता के परिवार को मैं उन्हें सीबीआई जांच पर भरोसा नहीं है। इस प्रकरण की जांच न्यायालय के अंतर्गत होनी चाहिए।
इसी के साथ सीबीआई CBI ने उत्तर प्रदेश सरकार के अनुरोध पर मामला दर्ज किया है। सीबीआई ने इस सिलसिले में एक टीम गठित की है और सीबीआई के द्वारा इस प्रकरण की जांच की जा रही है।
बताते चलें कि पीड़िता के परिवार से जिसने चंदपा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, उनका कहना यह था कि मेरी बहन की 14 सितंबर को बाजार में गला घोट कर मारने की साजिश की गई थी। लेकिन इसके बाद दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया। अब इसकी जांच सीबीआई CBIद्वारा की जाएगी और इसमें बड़े खुलासों के होने की संभावना है।