नई दिल्ली। करणी सेना के संस्थापक लोकेन्द्र सिंह कल्वी ने सेंसर बोर्ड के फिल्म ‘पदमावती’ को कथित रुप से हरी झंडी दिखाए जाने के पक्ष या विपक्ष में कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है। उन्होंने कहा कि सेंसर बोर्ड के फैसले के बारे में सभी तथ्यों का अभी खुलासा नहीं हुआ है, तो इस पर कोई टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी।
बता दें कि करणी सेना के एक अन्य नेता ने कहा कि फिल्म को लेकर उनका विरोध जारी है। उनहोंने चेतावनी दी कि जिस भी सिनेमा हाल में यह फिल्म दिखाई जाएगी वहां तोड़फोड़ होगी। सुखदेव सिंह ने दावा किया कि सेंसर बोर्ड अंडरवर्ल्ड दाउद इब्राहिम के दबाव में इस फिल्म के प्रदर्शन पर सहमत हुआ है।इस फैसले से हिंदुत्व को खतरा हो सकता है।
वहीं उल्लेखनीय है कि पद्मावती को प्रमाणन देने के लिए सेंसर बोर्ड ने 28 दिसंबर को अपनी जांच समिति की बैठक की थी। बैठक में सीबीएफसी अधिकारियों के साथ नियमित जांच समिति के सदस्यों और अध्यक्ष प्रसून जोशी की उपस्थिति में एक विशेष सलाहकार पैनल भी शामिल था। बैठक में फिल्म के निर्माता और सोसाइटी को ध्यान में रखते हुए फिल्म को एक संतुलित दृष्टिकोण की तरह पेश किए जाने पर सहमति बन गई। बैठक में सीबीएफसी द्वारा गठित पैनल में उदयपुर पूर्व राजपरिवार के सदस्य अरविंद सिंह मेवाड़, जयपुर यूनिवर्सिटी के डॉ चंद्रमणी सिंह और प्रोफेसर के.के. सिंह शामिल थे।