कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर करीब 11 महीने से चल रहा किसान आंदोलन लोगों के लिए जी का जंजाल बना हुआ है। रेवाड़ी के बावल में राजस्थान बॉर्डर पर पिछले एक वर्ष से देश के किसान तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे है। आंदोलन के चलते जयपुर-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-48 पर जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर किसानों द्वारा हाईवे को एक साइड से अवरुद्ध किया हुआ है।
बता दें कि हाइवे बंद होने की वजह से इस रूठ को गुगलकोटा पुलिस चौकी से रेवाड़ी-भाड़ावास शाहजहांपुर रोड पर डाइवर्ट किया गया है। गुगलकोटा से रेवाड़ी आने वाले सड़क मार्ग पर भारी वाहनों के आवागमन से सड़क में गहरे गड्ढे बने होने के कारण मंगलवार को एक कोयले से भरा ट्रक गड्डो में असंतुलित होकरगांव सुलखा के पास पलट गया। गनीमत रही कि इस हादसे में कोई हताहत नही हुआ।
अब ग्रामीणों की मांग है कि इस सड़क मार्ग से भारी वाहनों पर आवागमन को दूसरी तरफ डायवर्ट किया जाए ताकि जर्जर हाल हुई सड़क की रिपेयर कर इसे दुरुस्त किया जाए। उन्होंने कहा है कि इस सड़क मार्ग के टूट जाने से आए दिन हादसे होते रहते हैं और ग्रामीणों को हर समय खतरा रहता है।
वहीं किसान आंदोलन के कारण गड्ढों में तब्दील हुई सड़क को की खबर पहले भी कई बार दिखा चुके हैं बावजूद इसके अभी तक सरकार और प्रशासन की ओर से कोई समाधान नहीं किया गया. आए दिन हो रही नसों को देखकर लगता है कि प्रशासन को किसी बड़े हादसे का इंतजार है जो अभी तक इन हादसों से सबक नहीं ले रहा है