चंडीगढ़। हरियाणा के सरकारी स्कूलों के पाठ्यक्रमों में इस माह से विभिन्न धर्मों की पवित्र पुस्तकों के अंश को शामिल किया जाएगा। हिंदू धर्म की भगवद्गीता, इस्लाम की कुरान, ईसाई धर्म की बाइबिल, सिख धर्म की गुरु ग्रंथ साहिब सहित नैतिक शिक्षा के विषयों को पांच जुलाई से कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सभागार में होने वाले कार्यक्रम के जरिए पेश किया जाएगा।
हरियाणा के शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा ने कहा कि छठी से 12वीं तक की कक्षाओं के छात्रों के लिए नैतिक शिक्षा को विषय के रूप में पेश किया जाएगा। शर्मा ने जारी बयान में कहा, “सभी धर्मो का ध्यान चरित्र निर्माण पर है। भगवद्गीता, कुरान, बाइबिल, गुरु ग्रंथ साहिब जैसे धर्मग्रंथों के अंशों को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। प्रत्येक कक्षा के लिए भिन्न पाठ्यपुस्तक निर्धारित होगी।”
बयान के मुताबिक, “राज्य सरकार ने सामाजिक संगठनों और शिक्षाविदों के सहयोग से पाठ्यक्रम तैयार किया है।”
शर्मा ने इस विषय पर शनिवार को शिक्षा और संबद्ध विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। हरियाणा सरकार को पिछले साल स्कूलों के पाठ्यक्रम में भगवद्गीता के अंश को शामिल करने पर आलोचना का सामना करना पड़ा था। विपक्षी दल कांग्रेस ने इसे शिक्षा को भगवा रंग में रंगने का प्रयास बताया था।
(आईएएनएस)