भिवानी। पूर्व सैनिक की आत्महत्या पर छिड़ी सियासी जंग के बीच गुरुवार को उनका अंतिम संस्कार हरियाणा के भिवानी में स्खित बामला गांव में किया गया। सैनिक के अंतिम संस्कार में नेताओं का जमावड़ा दिखाई दिया जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से लेकर कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी शामिल थे। वहीं ऐसी खबरें आ रही हैं कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सैनिक के परिवार को 10 लाख रुपए देने के साथ-साथ परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी देने का एलान किया है।
बता दें कि ओरओपी के तहत कम पेंशन के चलते बुधवार को आत्महत्या कर ली थी। जिसके बाद से ही सियासी घमासान जारी है। कल एक ओर जहां राहुल गांधी, केजरीवाल और सिसोदिया को सैनिक के परिवार से मिलने के लिए रोका गया तो वहीं गुरुवार को राहुल गांधी और केजरीवाल ने अंतिम संस्कार में हिस्सा लिया। वहीं पूर्व सेना प्रमुख और विदेश राज्य मंत्री वी के सिंह सोशल मीडिया पर सैनिक की आत्महत्या को लेकर कई सारे सवाल उठाते हुए एक पोस्ट साझा किया है जिससे कि राजनीतिक गलियारें में सरगर्मीं काफी बढ़ गई है।
वी के सिंह ने लिखा, राम किशन ग्रेवाल की आत्महत्या निःसंदेह पीड़ादायक एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। मुझे और मेरे सैनिक भाइयों को दुःख और आघात पहुंचा है तथा हम उनके परिवार की इस दुखद घडी में उनके साथ हैं | 90% आत्महत्याओं के पीछे मानसिक अवस्था की भूमिका होती है, जिसका सबसे आम कारण होता है डिप्रेशन| अनुपचारित डिप्रेशनआत्महत्या का सबसे बड़ा कारण है। यह मैं नहीं कहता, प्रधान मनोवैज्ञानिकों का यह मानना है। और यह हममें से सर्वश्रेष्ठ को भी हो सकता है। परन्तु हमारे समाज में डिप्रेशन को न तो समझते हैं न उसके बारे में बात करते हैं। विशेषतः इस विषय में चर्चा करना वर्जित है। मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि यदि राम किशन ग्रेवाल की मानसिक दशा कोई समझता तो वे यह उग्र कदम न उठाते।
बता दें कि वी के सिंह ने ये पोस्ट बुधवार को लिखा था जिसके बाद से उनको तीखी प्रतिक्रिया झेलनी पड़ रही है। हालांकि अपने पोस्ट पर सफाई देते हुए गुरुवार को उन्होंने एक और पोस्ट साझा करते हुए लिखा, आज सुबह से शुभचिंतकों के फोन मेरे पास आ रहे हैं | उन्होंने चिन्ता प्रकट की जिस प्रकार मीडिया और कुछ राजनैतिक दल उसको प्रस्तुत कर रहे हैं जो मैंने कल राम किशन ग्रेवाल की आत्महत्या के सन्दर्भ में कहा था |ठन्डे दिमाग से सोचिये | अगर आपको बुखार हो, और कोई आपका तापमान नापना चाहे, तो क्या आप उसे अपना अपमान मानेंगें? फिर मानसिक तनाव के लिए यह विशेष रवैया क्यों?